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लीज फाइनेंस

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अब लीज पर मिलेगी एथर की इलेक्ट्रिक स्कूटर्स, मोबाइल फोन से भी जल्दी हो जाती है चार्ज

ऑटो डेस्क. बेंगलुरु बेस्ड ई-स्कूटर स्टार्टअप कंपनी एथर एनर्जी ने अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को लीज पर देने की शुरुआत कर दी है। हाल ही में कंपनी ने एथर 450 मॉडल की बेंगलुरू में पहली डिलेवरी की। कंपनी ने लीज प्रोग्राम की शुरुआत बेंगलुरु की ऑटोवर्ट कंपनी के साथ मिलकर की, जो इलेक्ट्रिक स्कूटर को लीज पर लेने के लिए फाइनेंस की सुविधा प्रदान करेगी। एथर 340 की कीमत 1.12 लाख रुपए है जबकि एथर 450 की कीमत 1.27 लाख रुपए है।

लीज ऑप्शन एथर की दोनों मॉडल एथर 340 और एथर 450 पर 13 महीने से 3 साल तक के लिए मुहैया कराया जाएगा। एथर 340 की मासिक किस्त 3,977 रुपए से शुरू होती है जिसके लिए 30 हजार रुपए (रिफंडेबल) का डाउन पेमेंट जमा करना होगा।


वहीं एथर 450 मॉडल की मासिक किस्त लगभग 4,422 रुपए से शुरू होती है जिसके लिए ग्राहकों लीज फाइनेंस को 40 हजार रुपए का डाउन पेमेंट जमा करना होगा। इसकी सारी जानकारी एथर एनर्जी की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है।

लीज खत्म होने के बाद ग्राहक उसी स्कूटर को खरीद भी सकता है। एथर 340 मॉडल को खरीदने के लिए ग्राहक को 10 हजार से 45 हजार रुपए और एथर 450 के लिए 10 हजार से 55 हजार रुपए की राशि का भुगतान करना होगा (जो डाउन पेमेंट और समयावधि पर भी निर्भर करेगा लीज फाइनेंस है)।

लीज प्रोग्राम के दौरान कंपनी स्कूटर्स के पार्ट्स का भी मेंटेनेंस भी करेगी, जिसमें व्हील बेयरिंग, स्टीयरिंग बेयरिंग,फॉर्क सील, स्विंग आर्म बुश, ब्रेक पेड्स, प्राइमरी और सेकेंडरी बेल्ट के साथा ब्रेक फ्लूइड और फॉर्क ऑइल जैसे चीजों का मेंटेनेंस किया जाएगा।

फाइनेंस कराके खरीदने वाले हैं कार तो होगा नुकसान, लीज पर Car लेने से होगा ये फायदा, जानें सबकुछ

 जानिए वाे दस गलतियां जिस पर कंपनी खत्म कर देती है वारंटी

आप जब भी कार लीजिंग पर लेते है तो कंपनी आपको चलाने के लिए बिल्कुल नई कार देती है. आप 12 से 60 महीने तक के लिए कार को ली . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 15, 2021, 13:13 IST

नई दिल्ली. देश में जल्द ही स्क्रैपिंग पॉलिसी लागू होने वाली है. फरवरी 2021 में पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि, प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार पुराने वाहनों के लिए स्क्रैपिंग पॉलिसी लागू करने वाली है. वहीं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी भी साफ कर चुके है कि, जल्द ही देश में स्क्रैपिंग पॉलिसी लागू होने वाली है. जिसमें 20 साल पुराने प्राइवेट वाहन और 15 साल पुराने कमर्शियल वाहनों का फिटनेस टेस्ट होगा. जिसके बाद ही उन वाहनों को सड़क पर दौड़ने की अनुमति मिलेगी.

इसके साथ ही सरकार 8 साल पुराने वाहनों पर ग्रीन टैक्स लगाने की योजना बना रही है. जो कि व्हीकल के रजिस्ट्रेशन फीस का 10 से 15 फीसदी होगा. इस टैक्स को प्रदूषण कम करने के लिए खर्च किया जाएगा. वहीं ये टैक्स 5 साल के लिए मान्य होगा. ऐसे में अगर आप नई कार फाइनेंस कराके खरीदना चाहते है. तो आपको नुकसान हो सकता है. इसलिए हम आपको सलाह देंगे कि आप लीज पर कार लेकर यूज करें जो की आपके लिए फायदे का सौदा होगा. आइए जानते है इसके बारे में .

कार लीज क्या है?

आप जब भी कार लीज पर लेते है तो कंपनी आपको चलाने के लिए बिल्कुल नई कार देती है. आप 12 से 60 महीने तक के लिए कार को लीज पर ले सकते है. इस समय मारुति, महिंद्रा, हुंडई, बीएमडब्ल्यू, फॉक्सवैगन और स्कोडा जैसी प्रमुख कंपनी कार को लीज पर मुहैया करा रही है. इन कार को लीज पर लेने के लिए आपको 12 से 15 हजार रुपये महीने का भुगतान करना होता है. जिसमें कार का मेंटेनेंस और इंश्योरेंस का खर्चा कंपनी खुद उठाती है.

कार लीज का फायदा

अगर आपको 3 से 4 साल में कार बदलने की आदत है तो आपके लिए कार खरीदने से बेहतर ऑप्शन लीज है. इसमें आपको अपनी जरूरत के हिसाब से ही भुगतान करना होगा. बैंक बाजार डॉट कॉम के एमडी सुनील गुप्ता के अनुसार अमेरिका जैसे देशों में लगभग 45 फीसदी कार लीज पर ली जाती है. वहीं उन्होंने बताया कि अगले 10 सालों में भारत में कार लीज का बाजार में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोतरी होगी.

कार लीज के नियम

कार लीज सीमित किमी या सीमित समय के लिए ली जाती है. जब आप निर्धारित दूरी या निर्धारित समय पूरा कर लेते है. तो आपको कार को कंपनी को वापस करना होगा. वहीं फाइनेंस कराके कार खरीदने से सस्ता आपको कार को लीज कराने पड़ती है.

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Jharkhand: गर्भवती महिला को ट्रैक्टर से कुचलने के मामले में एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

हजारीबाग में महिला को ट्रैक्टर से कुचलकर मारने के आरोप में एक 26 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, अन्य आरोपियों की तलाश अब भी जारी है।

Arrest demo

झारखंड के हजारीबाग में एक गर्भवती महिला को ट्रैक्टर के पहियों से कथित तौर पर कुचलने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शख्स को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया। 15 सितंबर बरियाथ गांव में हुई घटना के बाद से अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज रतन छोटे ने कहा कि हमने 16 सितंबर को इचक थाना क्षेत्र में हुई घटना के संबंध में आईपीएसी की धारा 302/24 के तहत हजारीबाग के दारू थाना क्षेत्र के पुनाई गांव के 26 वर्षीय रोशन सिंह उर्फ रोशन कुमार देव को गिरफ्तार किया है।

एसपी ने बताया कि रोशन फाइनेंस कंपनी के साथ थर्ड पार्टी वेंडर के रूप में जुड़ा हुआ था। रोशन एक टीम लीज का कर्मचारी है, जो कि महिंद्रा फाइनेंस की फर्म है। एसपी ने बताया कि प्राथमिकी में अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

मामले की जांच के लिए एसपी ने पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) राजीव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

इचक थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि रोशन लीज फाइनेंस उन चार लोगों में शामिल है, जिसका नाम मोनिका देवी की मौत के बाद प्राथमिकी में दर्ज किया गया था। मृतका के परिवार के सदस्य नारायण प्रसाद मेहता ने बताया कि रिकवरी एजेंट और महिंद्रा फाइनेंस कंपनी के मैनेजर उस समय गुस्सा हो गए थे जब उनके पिता मिथिलेश मेहता ने उनकी पहचान के लिए लीज फाइनेंस सबूत मांगा था।

विस्तार

झारखंड के हजारीबाग में एक गर्भवती महिला को ट्रैक्टर के पहियों से कथित तौर पर कुचलने के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शख्स को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया। 15 सितंबर बरियाथ गांव में हुई घटना के बाद से अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज रतन छोटे ने कहा कि हमने 16 सितंबर को इचक थाना क्षेत्र में हुई घटना के संबंध में आईपीएसी की धारा 302/24 के तहत हजारीबाग के दारू थाना क्षेत्र के पुनाई गांव के 26 वर्षीय रोशन सिंह उर्फ रोशन कुमार देव को गिरफ्तार किया है।

एसपी ने बताया कि रोशन फाइनेंस कंपनी के साथ थर्ड पार्टी वेंडर के रूप में जुड़ा हुआ था। रोशन एक टीम लीज का कर्मचारी है, जो कि महिंद्रा फाइनेंस की फर्म है। एसपी ने बताया कि प्राथमिकी में अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

मामले की जांच के लिए एसपी ने पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) राजीव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

इचक थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने बताया कि रोशन उन चार लोगों में शामिल है, जिसका नाम मोनिका देवी की मौत के बाद प्राथमिकी में दर्ज किया गया था। मृतका के परिवार के सदस्य नारायण प्रसाद मेहता ने बताया कि रिकवरी एजेंट और महिंद्रा फाइनेंस कंपनी के मैनेजर उस समय गुस्सा हो गए थे जब उनके पिता मिथिलेश मेहता ने उनकी पहचान के लिए सबूत मांगा था।

Fish Farming: क्या है लीज पर तालाब मिलने वाली स्कीम, जिससे कमाई हो जाएगी डबल

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट ने बड़ा कदम उठाया है. स्टेट गवर्नमेंट मछली पालकों को तालाब लीज पर दे रही हैं. आप भी आवेदन कर सकते हैं

By: ABP Live | Updated at : 27 Nov 2022 02:41 PM (IST)

छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट मछली पालन के लिए लीज पर तालाब दे रही है

Fish Farming benefit: मछली पालन यदि सही ढंग से किया जाए तो बेहतर कारोबार है. इस एक तालाब को संभालकर ही व्यक्ति महीने में लाखों रुपये कमा सकता है. हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में काफी लोग मतस्य पालन से जुड़ रहे हैं. लाखों रुपये की कमाई भी कर रही है. राज्य सरकारें भी मछली पालन को बढ़ावा देने और प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने के लिए सब्सिडी देती हैं. छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट ने भी किसानों के लिए ऐसी ही बेहतरीन योजना लांच की है.

छत्तीसगढ़ में 10 साल की लीज पर मिलेगा तालाब
छत्तीसगढ़ सरकार ने मछली पालको ंके हित में कदम उठाया है. स्टेट गवर्नमेंट ने मछली पालन नीति में बड़ा बदलाव किया है. पहले मछली पालन के लिए तालाब और जलाशयों को नीलाम कर दिया जाता था. लेकिन अब मछली पालकों को तालाब और जलाशयों को 10 साल की लीज पर दिया लीज फाइनेंस जाएगा. एक बार लीज पर लेने पर मछली पालन करने वालों की 10 साल की टेंशन खत्म हो जाएगी. स्टेट गवर्नमेंट के अधिकारियों का कहना है कि इससे मछली पालन करने वाले बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. नीलामी में तालाब न लेने पर मछली पालन में लागत कम हो जाएगी.

इनको मिलेगी प्राथमिकता
योजना के तहत लाभ पाने वालों की सरकार ने प्राथमिकता भी तय कर दी है. पटटों के आवंटन में ढीमर, निषाद, केवट, कहार, कहरा, मल्लाह के मछुआ समूह और मतस्य सहकारी समिति को प्राथमिकता दी जाएगी. इसके अलावा एससी, एसटी के मछुआ समूहों और मतस्य सहकारी समिति को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.

8 से 10 लाख रुपये सालाना कर सकते हैं कमाई
जानकारों का कहना है कि मछली पालन में मछलियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाता है. उनको फीडिंग सही ढंग से हो रही है या नहीं? यह भी देखा जाता है. मछलियों में लीज फाइनेंस किसी तरह की बीमारी तो नहीं हो गई. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर मछली पालन बेहतर किया जा सकता है. मछली पालन करने वाले एक साल में दो बार लाभ ले सकते हैं. 1 लीज फाइनेंस एकड मछली पालन के माध्यम से 16 से 20 साल तक मछली पैदा की जा सकती है. इससे कमाई होने का आंकडा भी 8 से 10 लाख रुपये तक होता है. कम लागत और बढ़िया मुनापफे के चलते देश के ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालन एक लोकप्रिय व्यवसाय के तौर पर उभरकर सामने आया है. उधर, केंद्र सरकार की योजना केंद्र सरकार भी प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना के तहत मछली पालकों को 60 प्रतिशत लीज फाइनेंस सब्सिडी देती है.

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Published at : 27 Nov 2022 02:41 PM (IST) Tags: fish farming fish farming benefit हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Gk News in Hindi

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