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बिटकॉइन से होने वाले नुकसान

बिटकॉइन से होने वाले नुकसान
Photo:INVESTING

क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान उठाने से कैसे बचें, जानिए क्या हैं एक्सपर्ट्स के सुझाव

कम लिक्विडिटी वाले क्रिप्टो को खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें बेचने में मुश्किल हो सकती है

क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है। इसके साथ ही इनमें पैसा कमाने और गंवाने के भी मौके रहते हैं। अगर आप किसी सेलेब्रिटी के ट्वीट पर इनवेस्टमेंट कर रहे हैं या खुद को एक्सपर्ट्स बताने वाले किसी व्यक्ति की सलाह पर चल रहे हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है। यहां आपको उन गल्तियों के बारे में बताया जा रहा है जिनसे आपको क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट करने पर बचना चाहिए।

एक्सपर्ट्स की सलाह पर पूरा भरोसा न करें, अपनी रिसर्च भी जरूरी

आपको कई ऑनलाइन साइट्स पर क्रिप्टो एक्सपर्ट्स की सलाह मिल जाएगी। आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी किसी वास्तव में कोई क्रिप्टो एक्सपर्ट्स नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है और इनके प्राइसेज का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता। इस वजह से खुद रिसर्च करनी चाहिए।

कम लिक्विडिटी वाली क्रिप्टोकरेंसीज से बचें

लिक्विडिटी अधिक होने पर ही क्रिप्टोकरेंसीज को आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है। अगर किसी क्रिप्टोकरेंसी में लिक्विडिटी कम है तो आपको उसे बेचने में मुश्किल होगी।

Crypto Currency क्या है - इसके फायदे और नुकसान क्या है?

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आखिरकार Crypto Currency क्या है? क्यों आज के समय में क्रिप्टो करेंसी कि हर तरफ चर्चाएं हो रही है। आज लोग क्यों इस करेंसी में निवेश करना चाहते हैं। क्या सभी देश ने अपने यहां इसे कानूनी तौर पर वैध कर दिया है या अब भी कुछ देश ऐसे है जिसने cryptocurrency को कानूनी तौर पर illegal करार देते हुए अपने यहां बैन कर दिया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारत में crypto currency में ट्रेड या निवेश करना legal है या illegal है। आज इस लेख में हम विस्तार से आपको crypto currency के बारे बताएगे।

Crypto Currency क्या है?

Crypto Currency कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी एक Digital या Virtual Currency है। यानी कि फिजिकली इसका कोई अस्तित्व नहीं है। यह एक ऐसी करेंसी है जिसे किसी भी संस्था या सरकार के द्वारा नहीं संचालित नहीं किया गया है। इस करेंसी का आज तक कोई मालिक नहीं पता चला है। इसलिए यह एक decentralised currency है। एक डिजिटल करेंसी होने के कारण इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। इस करेंसी का प्रयोग किसी भी वस्तु या सर्विस का आदान-प्रदान करने के लिए किया जाता है और वेरिफिकेशन के लिए डिजिटल सिग्नेचर लिए जाते हैं।

इस करेंसी का कोई मालिक ना होने के कारण पहले इसे अवैध करार दिया गया था। लेकिन बिटकॉइन के इतने पॉपुलर होने के बाद कुछ देशों ने इसे legal कर दिया है। लेकिन आज भी ज्यादातर देश की सरकारों ने क्रिप्टोकरंसी को अपने देश में illegal कहां है।

Crypto currency कि Value

क्रिप्टो करेंसी की कोई भी फिजिकल अपीयरेंस ना होने के बावजूद भी आज इसकी वैल्यू बहुत अधिक है। शुरुआत में तो क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू बहुत कम थी। लेकिन धीरे धीरे इसकी वैल्यू बढ़ती गई और आज यह बहुत ही प्रचलित करेंसी बन गई है। आज इसकी वैल्यू रुपया, डॉलर, यूरो इत्यादि अलग-अलग देशों की करेंसी से भी कई गुना हो गई है। आप इस करेंसी की मदद से किसी सामान का लेन देन या इसमें ट्रेडिंग और निवेश भी कर सकते हैं। ट्रेड करने के लिए आपको technical analysis आना जरूरी है नहीं तो बिना ज्ञान के भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

Crypto Currency कैसे काम करती है?

क्रिप्टोकरेंसी निम्लिखित रूप से कार्य करती हैं:-

Crypto Currency का मुख्य कार्य, ब्लॉकचैन के माध्यम से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में पैसे ट्रांसफर करना होता है। बिटकॉइन से होने वाले नुकसान ब्लॉकचैन का कार्य बैंक की तरह होता है। सभी लेनदेन का रिकॉर्ड ब्लॉक चैन में होने के कारण धोखाधड़ी की संभावना काफी कम होती है।

पावरफुल कंप्यूटर्स के माध्यम से कुछ लोग क्रिप्टो करेंसी मे धोखाधड़ी ना हो इसके लिए निगरानी और जांच करते हैं। इसी प्रोसेस को क्रिप्टोकरंसी की माइनिंग प्रोसेस कहा जाता है। जांच और निगरानी करने वाले लोगों को माइनर्स का जाता है। जांच और निगरानी करने के लिए एक कोड मिलता है। जिसे स्क्रीन पर आने वाले गणित के सवाल को बिटकॉइन से होने वाले नुकसान सही हल करने के बाद प्राप्त किया जाता है। इस स्टेप के बाद Crypto Currency की माइनिंग प्रोसेस कंप्लीट मान लिया जाता है।

अब क्रिप्टो करेंसी में भी बैंक की तरह के एक्सचेंज की जरूरत पड़ती है जिसके माध्यम से transaction को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर किया जा सके। क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से बिटकॉइन से होने वाले नुकसान खरीदारी या बिक्री करने के लिए एक वॉलेट होता है जिसमें यह करेंसी स्टोर रहती है।

टॉप Crypto Currency कौन सी है?

1) Bitcoin (BTC) :-

Bitcoin दुनिया में सबसे पहले क्रीपटोकरंसी के रूप में आयी है। यह सबसे पॉपुलर और सफल Crypto Currency है। जिसे साल 2009 में सतोशी नाकामोटो के द्वारा निर्माण किया गया था। हालाकि इससे पहले भी वर्चुअल करेंसी को लॉन्च करने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। बिटकॉइन को भी बनाने में काफी कढ़ी मेहनत करनी पड़ी थी लेकिन आज वही बिटकॉइन जिसको पहले कोई नहीं जानता था। शुरू में $5 में एक बिटकॉइन की कीमत थी। आज $64000 के पार चली गई है। यानी कि अगर रुपयों में बात करे तो 1 बिटकॉइन की कीमत आज ₹46 लाख के पार पहुंच गई है। इससे आप इसके इंपॉर्टेंस को समझ सकते है। लेकिन सबसे बढ़ी बात यह है कि cryptocurrency में निवेश बहुत सोच समझ के किया जाता है। हर दिन इसकी कीमत में भारी fluctuation होता रहता है।

2.Ethereum (ETH) :-

Bitcoin के जैसे ही Ethereum भी decentralized Crypto Currency है। Vitalik Buterin के द्वारा Ethereum Crypto Currency बनाई गई थी। इसके टोकन को Ether के नाम से भी कहा जाता है। इसका plateform यूजर्स को वर्चुअल टोकन बनाने में मददगार साबित होता है। जिसे blockchain-based computing platform कहा जाता है। इसकी मदद से बिटकॉइन के जैसे ही currency के तौर प्रयोग कर सकते हैं। Bitcoin के बाद Etheremum सबसे पॉपुलर Crypto Currency है। आज लगभग Ethereum $4200 कि उचाई तक पहुंच गया है। लेकिन शरुआत में इसकी क़ीमत सिर्फ $2 कि थी।

3. Litecoin (LTC) :-

Litecoin को एक गूगल के employee Charles Lee ने साल 2011 ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के तौर पर रिलीज़ किया है। हालांकि अब गूगल के employee नहीं है। यह भी Bitcoin और Ethereum कि तरह decentralised cryptocurrency हैं। Bitcoin के मुकाबले इसकी blockchain 4 गुना कम है। हालांकि Litecoin के जयदातार फंक्शन्स बिटक्वॉइन से मिलते जुलते है। माइनिंग कि प्रक्रिया करने के लिए Scrypt algorithm का प्रयोग किया जाता है। यह बिटक्वॉइन से बिटकॉइन से होने वाले नुकसान जायदा प्रचलित करेंसी नहीं है। Litecoin कि शुरू में कीमत सिर्फ $28 के आस पास थी। लेकिन आज इसकी कीमत तकरीबन $409 तक पहुंच गई है। लेकिन बिटक्वॉइन के मुकाबले बहुत कम है।

इनके अलावा कुछ अन्य टॉप Crypto Currency
Dogecoin (Doge)
Dash (DASH)
Peercoin (PPC)
Monero (XMR)
Faircoin (FAIR)
Ripple (XRP)

क्रिप्टो करेंसी के क्या लाभ है? Benefits Of Cryptocurrency

4. Crypto Currency में लेने देन बहुत कड़ी निगरानी और सुरक्षा में होता है। यह सामान्य लेन देन से बिल्कुल भिन्न है।

क्रिप्टो करेंसी के क्या नुकसान है? Disadvantages of Crypto Currency

1. Cryptocurrency में रिवर्स का ऑप्शन नहीं होने के कारण किसी भी ट्रांजैक्शन को वापस नहीं किया जा सकता है। अगर गलत ट्रांजैक्शन हो जाता है तो आप को भारी नुकसान हो सकता है।

3. क्रिप्टो करेंसी किसी भी देश की सरकार या संस्था या किसी मालिक बिटकॉइन से होने वाले नुकसान के द्वारा संचालित नहीं की जाती है। यह बहुत बड़ा disadvantage है।

6. क्रिप्टो करेंसी में मार्केट बहुत flexible होती है। इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही रिस्की होता है।

7. Cryptocurrency का ड्रग्स सप्लाई, कालाबाजारी इत्यादि जैसे गलत काम के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

देश जहां Crypto Currency कानूनन वैध या अवैध है

Crypto Currency बिटकॉइन से होने वाले नुकसान को legal कहने वाले देश:-

  • संयुक्त राज्य अमेरिका
  • कनाडा
  • ऑस्ट्रेलिया
  • यूरोपीय संघ
  • यूनाइटेड किंगडम
  • फिनलैंड

Crypto Currency को illegal कहने वाले देश:-

  • रूस
  • चीन
  • बोलीविया, कोलंबिया और इक्वाडोर
  • वियतनाम

भारत में Crypto Currency Legal या Illegal ?

क्या बिटकॉइन इंडिया में बैन है?

दोस्तों इसका सवाल सभी के मन में घूम रहा होगा कि क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी कानूनी रूप से legal है या illegal है। इसके लिए हम आपको साल 2018 की एक न्यूज़ बताता हूं जब बिटकॉइन बहुत ही चर्चा में आया था। ऐसे ही भारत में भी बिटकॉइन के बहुत ही चर्चाएं होने लगी थी। इसी को देखते हुए साल 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरंसी पर बैन लगा दिया था। प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 (Banning of Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2019) के ड्राफ्ट में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड या निवेश करने वालों के लिए सजा का प्रस्ताव रखा गया था।

ड्राफ्ट में वर्चुअल करेंसी की खरीदारी या बिक्री करने वाले लोग, तैयार करने वाले लोग, वॉलेट में वर्चुअल करेंसी को रखने वाले लोग या क्रिप्टो करेंसी के द्वारा किसी भी तरह की डील करने वाले लोगों को दोषी पाए जाने पर 10 साल जेल की सजा का प्रस्ताव रखा गया था।

लेकिन सुप्रीम कोर्ट में जब इसकी सुनवाई चली तो सर्वोच्च अदालत ने मार्च 2020 में क्रिप्टो करेंसी के लिए एक आदेश जारी किया। अपने आदेश में कहा कि वर्चुअल करेंसी या क्रिप्टो करेंसी का कानूनी रूप से लेनदेन किया जा सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान उठाने से कैसे बचें, जानिए क्या हैं एक्सपर्ट्स के सुझाव

कम लिक्विडिटी वाले क्रिप्टो को खरीदने से बचना चाहिए क्योंकि इन्हें बेचने में मुश्किल हो सकती है

क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है। इसके साथ ही इनमें पैसा कमाने और गंवाने के भी मौके रहते हैं। अगर आप किसी सेलेब्रिटी के ट्वीट पर इनवेस्टमेंट कर रहे हैं या खुद को एक्सपर्ट्स बताने वाले किसी व्यक्ति की सलाह पर चल रहे हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है। यहां आपको उन गल्तियों के बारे में बताया जा रहा है जिनसे आपको क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट करने पर बचना चाहिए।

एक्सपर्ट्स की सलाह पर पूरा भरोसा न करें, अपनी रिसर्च भी जरूरी

आपको कई ऑनलाइन साइट्स पर क्रिप्टो एक्सपर्ट्स की सलाह मिल जाएगी। बिटकॉइन से होने वाले नुकसान आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी किसी वास्तव में कोई क्रिप्टो एक्सपर्ट्स नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है और इनके प्राइसेज का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता। इस वजह से खुद रिसर्च करनी चाहिए।

कम लिक्विडिटी वाली क्रिप्टोकरेंसीज से बचें

लिक्विडिटी अधिक होने पर ही क्रिप्टोकरेंसीज को आसानी से खरीदा या बेचा जा सकता है। अगर किसी क्रिप्टोकरेंसी में लिक्विडिटी कम है तो आपको उसे बेचने में मुश्किल होगी।

Budget 2022: पाबंदी नहीं कमाई करेगी सरकार, क्रिप्टो करंसी से आय पर लगेगा 30 फीसदी टैक्स

डिजिटल असेट टैक्स या क्रिप्टो टैक्स के प्रस्ताव से यह भी संकेत मिल रहा है कि सरकार देश में क्रिप्टो करंसी पर पाबंदी लगाने की बजाए इससे होने वाली कमाई में अपनी हिस्सेदारी तय करने जा रही है।

बिटकॉइन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल असेट पर सर्वाधिक 30 फीसदी टैक्स का एलान किया है। माना जा रहा है कि आभासी मुद्रा, वर्चुअल करंसी या क्रिप्टो करंसी को डिजिटल असेट माना जाएगा और इससे होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लिया जाएगा।

डिजिटल असेट टैक्स या क्रिप्टो टैक्स के प्रस्ताव से यह भी संकेत मिल रहा है कि सरकार देश में क्रिप्टो करंसी पर पाबंदी बिटकॉइन से होने वाले नुकसान लगाने की बजाए इससे होने वाली कमाई में अपनी हिस्सेदारी तय करने जा रही है। वैसे क्रिप्टो करंसी को लेकर सरकार ने अभी अपना रुख तय नहीं किया है कि वह कैसे और कब इसकी खरीद-फरोख्त को मंजूरी देगी।

वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा है कि डिजिटल असेट से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा। यह देश में किसी वस्तु पर लगने वाला सर्वाधिक कर होगा। सरकार की योजना पहले देश में क्रिप्टोकरंसी पर पाबंदी लगाने की थी, लेकिन अब वह इसके नियमन पर विचार कर रही है। इसे जल्द कानूनी जामा पहनाया जा सकता है। फिलहाल देश में अरबों रुपये की वर्चुअल करंसी की खरीद फरोख्त होती है, लेकिन यह सरकार के नियंत्रण से बाहर है।

गिफ्ट में क्रिप्टो देने पर भेंट करने वाले को चुकाना होगा कर
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया है कि वर्चुअल डिजिटल असेट से नुकसान होने पर उसे अन्य आय से समायोजित नहीं किया जा सकेगा। वहीं क्रिप्टोकरंसी गिफ्ट के रूप में देने पर उपहार देने वाले बिटकॉइन से होने वाले नुकसान को कर चुकाना होगा। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा, 'मैं प्रस्ताव करती हूं कि किसी भी वर्चुअल डिजिटल असेट पर 30 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाए। टैक्स की गणना करते समय खरीदी की लागत को छोड़कर, किसी भी तरीके के खरीदी खर्च की कर में कटौती की अनुमति नहीं दी जाएगी।

देश में 40 हजार करोड़ की क्रिप्टोकरंसी
एक तरह से सरकार क्रिप्टोकरंसी को वित्तीय संपत्ति मानने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इन्हें शेयर्स व सोने की तरह भी रखा जा सकता है। वर्चुअल करंसी कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक देश में 1.5 से 2 करोड़ लोग क्रिप्टोकरंसी में निवेश करते हैं। इन निवेशकों के पास करीब 40 हजार करोड़ की क्रिप्टो करंसी है।

विस्तार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल असेट पर सर्वाधिक 30 फीसदी टैक्स का एलान किया है। माना जा रहा है कि आभासी मुद्रा, वर्चुअल करंसी या क्रिप्टो करंसी को डिजिटल असेट माना जाएगा और इससे होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लिया जाएगा।

डिजिटल असेट टैक्स या क्रिप्टो टैक्स के प्रस्ताव से यह भी संकेत मिल रहा है कि सरकार देश में क्रिप्टो करंसी पर पाबंदी लगाने की बजाए इससे होने वाली कमाई में अपनी हिस्सेदारी तय करने जा रही है। वैसे क्रिप्टो करंसी को लेकर सरकार ने अभी अपना रुख तय नहीं किया है कि वह कैसे और कब इसकी खरीद-फरोख्त को मंजूरी देगी।

वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा है कि डिजिटल असेट से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स लगाया जाएगा। यह देश में किसी वस्तु पर लगने वाला सर्वाधिक कर होगा। सरकार की योजना पहले देश में क्रिप्टोकरंसी पर पाबंदी लगाने की थी, लेकिन अब वह इसके नियमन पर विचार कर रही है। इसे जल्द कानूनी जामा पहनाया जा सकता है। फिलहाल देश में अरबों रुपये की वर्चुअल करंसी की खरीद फरोख्त होती है, लेकिन यह सरकार के नियंत्रण से बाहर है।

गिफ्ट में क्रिप्टो देने पर भेंट करने वाले को चुकाना होगा कर
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया है कि वर्चुअल डिजिटल असेट से नुकसान होने पर उसे अन्य आय से समायोजित नहीं किया जा सकेगा। वहीं क्रिप्टोकरंसी गिफ्ट के रूप में देने पर उपहार देने वाले को कर चुकाना होगा। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में कहा, 'मैं प्रस्ताव करती हूं कि किसी भी वर्चुअल डिजिटल असेट पर 30 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाए। टैक्स की गणना करते समय खरीदी की लागत को छोड़कर, किसी भी तरीके के खरीदी खर्च की कर में कटौती की अनुमति नहीं दी जाएगी।


देश में 40 हजार करोड़ की क्रिप्टोकरंसी
एक तरह से सरकार क्रिप्टोकरंसी को वित्तीय संपत्ति मानने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इन्हें शेयर्स व सोने की तरह भी रखा जा सकता है। वर्चुअल करंसी कारोबारियों के अनुमान के मुताबिक देश में 1.5 से 2 करोड़ लोग क्रिप्टोकरंसी में निवेश करते हैं। इन निवेशकों के पास करीब 40 हजार करोड़ की क्रिप्टो करंसी है।

Russia-Ukraine Crisis: बिटकॉइन, ईथर, समेत सभी क्रिप्टो क्रैश, निवेशकों को करोड़ों का नुकसान

ईथर, एथेरियम ब्लॉकचैन से जुड़ा सिक्का और बाजार पूंजीकरण के मामले में दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी, भी लगभग 12% गिरकर 2,348 डॉलर पर पहुंच गई है। इस बीच, डॉगकोइन की कीमत 15% से अधिक गिरकर 0.11 डॉलर पर आ गई है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: February 24, 2022 12:25 IST

bitcoin- India TV Hindi News

Photo:INVESTING

Highlights

  • बिटकॉइन, ईथर, समेत सभी क्रिप्टो क्रैश
  • बिटकॉइन भी लगभग 10% गिरकर 34,618 डॉलर पर
  • कोई भी क्रिप्टोकरेंसी हरे निशान में कारोबार नहीं कर रहे

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने से सभी क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय cryptocurrency बिटकॉइन भी लगभग 10% गिरकर 34,618 डॉलर पर आ गई है। दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ने से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में अफरातफरी का माहौल है। इससे क्रिप्टोएक्सचेंज पर बड़ी बिकवाली देखने को मिल रही है। निवेशकों की ओर से बिकवाली करने से क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार का पूंजीकरण घटकर 1.66 खरब डॉलर पहुंच गया है, जो पिछले 24 घंटों में 7.9% कम है।

सभी क्रिप्टो लाल निशान में कर रहे हैं कारोबार

ईथर, एथेरियम ब्लॉकचैन से जुड़ा सिक्का और बाजार पूंजीकरण के मामले में दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी, भी लगभग 12% गिरकर 2,348 डॉलर पर पहुंच गई है। इस बीच, डॉगकोइन की कीमत 15% से अधिक गिरकर 0.11 डॉलर पर आ गई है। जबकि शीबा इनु भी लगभग 12% गिरकर 0.000021 डॉलर हो गई हो गई। सोलाना, एक्सआरपी, टेरा, हिमस्खलन, तारकीय, कार्डानो, पॉलीगॉन, पोलकाडॉट की कीमतों में 8-15% की गिरावट देखने को मिल रही है। कोई भी क्रिप्टोकरेंसी हरे निशान में कारोबार नहीं कर रहे हैं।

बीते कुछ दिनों से बड़ा उतार-चढ़ाव जारी

पिछले कुछ हफ्तों में बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों के दौरान बिटकॉइन में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा हे। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में और बड़ी गिरावट क्रिप्टोकरेंसी में देखने को मिल सकती है। ऐसे में निवेशकों को इससे दूरी बनाकर चलनी चाहिए।

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