एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें?

लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट के फायदे
लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट को मूल्य निवेश (Value Investment) भी कहा जाता है. लॉन्ग-टर्म एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? इन्वेस्टमेंट में आप सिक्योरिटीज को कई वर्षों तक रखने के लिए खरीदते हैं. ज्यादा समय तक सिक्योरिटीज होल्ड करने से मार्किट रिस्क कम होने की संभावनाएं होती हैं क्योंकि ज्यादातर वे समय के साथ बढ़ते हैं. इस तरह के निवेश निवेशकों को सिक्योरिटीज की सबसे अच्छी वैल्यू प्रदान करते हैं क्योंकि विस्तारित अवधि अच्छे मुनाफे की संभावना को बढ़ाती है.
Demat Account क्या है ? और यह कैसे काम करता है
दोस्तों सिक्का बाजार पर एक बार फिर आपका स्वागत है। जब भी हम शेयर या शेयर मार्केट के बारे में बात करते है। तो एक बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द का प्रयोग होता है और वो शब्द है डीमैट अकाउंट (Demat Account), बात सही भी है क्योंकी जब तक हम डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल नहीं लेते तब तक हम शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकते।
बहुत से लोग आज भी नहीं जानते है की डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है (What is Demat and Trading Account) और सच में इन दोनों अकाउंट में कोई अंतर है, या डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक ही है?
वैसे तो डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग है।
तो आज की पोस्ट में हम समझेँगे की डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है? (Difference Between Demat and Trading Accounts)
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट (Demat Account)
डीमैट खाता 'डीमटेरियलाइज्ड अकाउंट' का एक संक्षिप्त रूप है। यह एक बैंक खाते के समान है। जिस तरह आपके बचत खाते में पैसा रखा जाता है, उसी तरह आपके खरीदे गए शेयरों को आपके डीमैट खाते में रखा जाता है।
दूसरे शब्दों में, एक डीमैट खाता एक सुविधा के रूप में कार्य करता है जहां आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को जमा किया जाता है और बेचे गए स्टॉक को हटा दिया जाता है। डीमैट खाते का उपयोग केवल स्टॉक के भंडारण के लिए किया जाता है, लेन-देन (खरीदने / बेचने) के लिए नहीं।
डीमैट खाते के बारे में त्वरित तथ्य
भारत में इंटरनेट लोकप्रिय होने से पहले, डीमैट खाते नहीं थे। जब भी आप स्टॉक खरीदते थे , वो स्टॉक्स कागजात पर ख़रीदे जाते थे और शेयर सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते थे। हालाँकि, पेपर शेयर प्रमाणपत्रों एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? का उपयोग करने की कई सीमाएँ थीं। वे फटे हुए या चोरी या सुरक्षा से संबंधित मुद्दों का सामना करते थे या स्याही समय के साथ फीकी पड़ जाती थी ।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
ट्रेडिंग अकाउंट (एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? Trading Account)
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने का एक माध्यम है। सरल शब्दों में, इसका उपयोग बाजार में स्टॉक के लिए ऑर्डर देने के लिए मतलब खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है।
विभिन्न स्टॉकब्रोकर अपने ट्रेडों को सरल बनाने के लिए अपने क्लाइंट को विभिन्न ट्रेडिंग टूल प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, Zerodha, भारत में सबसे बड़ा स्टॉकब्रोकर है जो स्टॉक में व्यापार करने के लिए अपने प्लेटफॉर्म के रूप में KITE ’प्रदान करता है। एक बार जब आप एक स्टॉकब्रोकर के साथ अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल लेते हैं, तो आप उन प्लेटफार्मों का उपयोग करके अपने स्टॉक के खरीदी और बिक्री के आदेश दे सकते हैं।
डीमैट और ट्रेडिंग खातों का उदाहरण
आइए एक उदाहरण की मदद से ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बीच के अंतर को समझते हैं। मान लें कि आप टाटा मोटर्स के 100 स्टॉक खरीदना चाहते हैं। यहां, प्रक्रिया के दौरान अनुक्रम निम्नानुसार होगा -
एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें?
पहला कदम कई उपलब्ध विकल्पों जैसे स्टॉक, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, डेरिवेटिव आदि में से निवेश के प्रकार को चुनना है. निर्णय लेने से पहले प्रत्येक विकल्प को समझना बेहतर रहेगा.
Written by Web Desk Team | एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? Published :September 9, 2022 , 6:54 am IST
पिछले दो दशकों के दौरान शेयर बाजार में निवेश करने को लेकर लगातार वृद्धि देखी गई है. हालांकि, बाजार में अभी भी उतार-चढ़ाव चिंता का विषय बना हुआ है. यदि आप अब इसकी शुरुआत कर रहे हैं और शेयर बाजार में धन निवेश करने का इरादा रखते हैं तो ये उतार-चढ़ाव आपके पोर्टफोलियो को प्रभावित कर सकते हैं. बाजार में जब तक आप किसी रणनीति के साथ व्यापार नहीं करते हैं, तब तक आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इस आर्टिकल में हम Beginners के लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं, जो शेयर बाजार में निवेश करने के लिए मददगार साबित हो सकते हैं –
Share Market in Hindi – शेयर बाजार क्या है ?
हर व्यक्ति का ख्वाब होता है कि उसका पैसा दुगना हो जाए जिससे वह अपनी जरूरत तथा ख्वाहिशें पूरी कर सके। पैसों को दुगना करने का एक माध्यम जनता के बीच बहुत प्रचलित है और वह शेयर मार्केट। शेयर का अर्थ हिस्सेदारी होता है।
शेयर मार्केट का अर्थ (Share Market in Hindi) वह स्थान जहां कंपनी के शेयर, म्यूचुअल फंड डिबेंचर्स तथा प्रतिभूतियां खरीदी एवं बेची जाती है। भारत में प्रमुख दो शेयर बाजार ( India’s Stock Market) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) एवं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( National Stock Exchange) है। सभी शेयर बाजार भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के अंतर्गत काम करते हैं। BSE और NSE में शामिल कंपनियां अपने निवेशकों को 3 एवं 6 महीने तथा 1 साल के अंतराल में कंपनी को हुए मुनाफे के आधार पर निवेशकों को लाभ प्रदान करती है।
Share Market में शेयर्स कब खरीदें ?
शेयर बाजार में शेयर्स खरीदने पर आपको बेहतर रिटर्न मिलता है मगर इस मार्केट में जोखिम उतना ही है। शेयर मार्केट में निवेशकों द्वारा खरीदे गए शेयर्स पर लाभ तब प्राप्त होता है जब कंपनी को अधिक मुनाफा होता है यदि कंपनी घाटे में जाती है तो निवेशकों द्वारा लगाए गए पैसे पूरी तरह बर्बाद हो जाते हैं। इसीलिए शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कंपनी के शेयर, शेयर बाजार की स्थिति तथा अपनी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
यदि शेयर बाजार में मंदी का माहौल है तो उस समय किसी भी कंपनी के शेयर खरीदना बेवकूफी होगी। जब शेयर मार्केट की स्थिति सही हो तब ही निवेशकों को कंपनी के शेयर खरीदने चाहिए। शेयर बाजार में अगर आप नए हैं तो आपको बड़ी राशि कंपनी के शेयर खरीदने में नहीं लगाने चाहिए क्योंकि हमने आपको बता दिया है कि इस मार्केट में जितना रिटर्न हो उससे ज्यादा जोखिम भी है इसीलिए शुरुआत में आपको न्यूनतम राशि के साथ शेयर खरीदनी चाहिए ताकि यदि कंपनी घाटे में जाए तो भी आपको इतना नुकसान ना हो जितना अन्य को होगा।
शेयर मार्केट में निवेश (Invest) कैसे करें?
शेयर मार्केट की स्थिति जांच लेने के बाद ही शेयर मार्केट में इन्वेस्ट (invest in share market in Hindi) करना चाहिए। वैसे तो लोगों में इस बात को लेकर मन में काफी सवाल रहते हैं कि कैसे शेयर मार्केट में पैसा लगाया जाए। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपके पास सबसे पहले एक डिमैट अकाउंट होना चाहिए। यह वह अकाउंट होता है जहां पर आपके द्वारा शेयर मार्केट में लगाया गया पैसा मौजूद रहता है।
जब कंपनी को मुनाफा होता है तो आप का हिस्सा वह इसी डिमैट अकाउंट में भेजती है और यदि आपका सेविंग बैंक अकाउंट डिमैट अकाउंट के साथ जुड़ा हुआ होता है तो आप इस डिमैट अकाउंट की राशि को अपने सेविंग अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। बाजार में ऐसे बहुत से ब्रोकर एक सही स्टॉक ब्रोकर कैसे चुनें? मौजूद है जो आपका डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास निवास स्थान का प्रमाण तथा पैन कार्ड होना आवश्यक है। इसके अलावा आप बैंक में जाकर भी अपना डिमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं परंतु ब्रोकर से डिमैट अकाउंट खुलवाना ज्यादा लाभदायक होगा क्योंकि वह आपको शेयर बाजार की स्थितियों तथा कंपनियों के शेयर एवं अथॉरिटी के अनुसार ही आपको एक बेहतर कंपनी का सुझाव देगा। ब्रोकर को शेयर बाजार की स्थिति एवं गतिविधियों का ज्यादा ज्ञान एवं अनुभव होता है। वही बैंक केवल आपको डिमैट अकाउंट खोल कर देता है तथा वह किसी भी कंपनी की पुराने शेयर स्थिति, कंपनी की अथॉरिटी तथा कंपनी के अन्य संबंधित जानकारियों के बारे में खुलकर आपको नहीं बताएगी। इसीलिए ब्रोकर से पेमेंट अकाउंट खुलवाना सही है। आप इन दोनों तरीकों में से एक को अपनाकर शेयर बाजार में निवेश को अंजाम दे सकते हैं।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जानने के लिए कुछ अन्य बिंदु
- भारत के अधिकांश लोकप्रिय स्टॉकब्रोकर, डीमैट और ट्रेडिंग खाते एक साथ खोलते हैं (भारत में इन्हे 2-इन-1 खाते के रूप में भी जाना जाता है) । उदाहरण के लिए, ज़ेरोधा, एंजेल ब्रोकिंग, 5 पैसा (Zerodha, Angel Broking, 5 Paisa) आदि।
- कुछ बड़े स्टॉकब्रोकर (आम तौर पर बैंक ब्रोकर) भी अपने ग्राहकों को 3-इन-1 खाते यानि सेविंग + डीमैट + ट्रेडिंग खाते की पेशकश करते हैं। उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज (ICICI Direct, HDFC Securities) आदि।
- सामान्य तौर पर, ट्रेडिंग खाते के लिए कोई वार्षिक रखरखाव शुल्क नहीं होता है, जहां डीमैट खाते के लिए यह रखरखाव शुल्क दलाल से दलाल तक भिन्न हो सकता है। यह आमतौर पर प्रति वर्ष लगभग 300-400 रुपये होता है।
- इन दिनों, निवेशक और व्यापारी, प्रमुख स्टॉकब्रोकर के साथ 10 मिनट के भीतर तत्काल (पेपरलेस) डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। बहरहाल, ऑफ़लाइन खाता खोलने की सुविधा अभी भी भारत में लोकप्रिय है और इन सभी दलालों द्वारा पेश की जाती है।
- डीमैट और ट्रेडिंग खाते के लिए खाता खोलने का शुल्क भी दलाल से दलाल तक भिन्न होता है। कुछ ब्रोकर मुफ्त खाता खोलने की पेशकश करते हैं। हालांकि, उनमें से अधिकांश आपके ब्रोकरेज खाते को खोलने के लिए 300-500 रुपये के बीच कहीं चार्ज करेंगे।
- इसके अलावा, आपको एक ही पैन कार्ड का उपयोग करके कई डीमैट और ट्रेडिंग खाते खोलने की भी अनुमति है। उदाहरण के लिए, आपके पास कई खाते हो सकते हैं - एक आईसीआईसीआई (ICICI direct) में और दूसरा ज़िरोधा (Zerodha) में।
- अंत में, अपने ब्रोकर को अपना डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए समझदारी से चुनें यदि आप अनावश्यक शुल्क और जोखिम से बचना चाहते हैं।
10 Stock Market Tips for Beginners: नए निवेशकों को शेयर ट्रेडिंग कैसे करनी चाहिए? सीखिए
How to trade in Share Market: अगर अपने भी दूसरों के सुनी सुनाई बातों में आकर शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का मन बनाया है तो यहां कुछ टिप्स बताएं गए है, जिसे आपको फॉलो जरूर करना चाहिए। बताए गए टिप्स से सामान्य गलतियों से बचा जा सकता है।
Share Market Tips for Beginners: तो आपने अकेले अपने दम पर शेयर मार्केट में निवेश करने का फैसला किया है, तो यह बुरा विचार नहीं है। हालांकि, शेयर बाजार में उतरने से पहले आपको कुछ चीजें जाननी चाहिए। अगर आप इस लेख में दी गई सलाह का पालन करते हैं तो आप अपना बहुत समय, प्रयास और धन बचा सकते हैं। यह लेख खासकर उन निवेशकों के लिए तैयार किया गया है जो पहली बार शेयर मार्केट की दुनिया में छलांग लगाना चाह रहे है। तो आइए बताते है 10 Share Market Tips in Hindi