USD अल्पकालिक

iv. मोबाइल फोन भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात का सबसे बड़ा घटक है।
USD अल्पकालिक
MoS राजीव चंद्रशेखर ने 2026 तक इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन में USD 300 बिलियन की खोज के लिए “ग्लोबलाइज़ टू लोकलाइज़” रिपोर्ट जारी की
राजीव चंद्रशेखर, केंद्रीय राज्य मंत्री (MoS), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने “ग्लोबलाइज़ टू लोकलाइज़: एक्सपोर्टिंग एट स्केल एंड डीपनिंग द इकोसिस्टम आर वाइटल टू हायर डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन” शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की।
- रिपोर्ट इस बात की जांच करती है कि भारत 2025-2026 तक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में 300 बिलियन अमरीकी डालर और निर्यात में 120 बिलियन अमरीकी डालर के अपने लक्ष्य USD अल्पकालिक तक कैसे पहुँच सकता है।
- इसे इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन ( ICEA ) के सहयोग से इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशंस ( ICRIER ) द्वारा तैयार किया गया है।
11 अक्टूबर से डॉलर-रुपया फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट शुरू करेगा NSE, जानें क्या होगा सौदे का आकार
TV9 Bharatvarsh | Edited By: संजीत कुमार
Updated on: Oct 05, 2021 | 7:54 AM
प्रमुख शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) अमेरिकी डॉलर-भारतीय रुपया (USD-Rupee) करेंसी जोड़े में 11 अक्टूबर से साप्ताहिक वायदा अनुबंध (USD अल्पकालिक Weekly Futures Contracts) शुरू करेगा. कारोबार के लिये 11 साप्ताहिक वायदा अनुबंध उपलब्ध होगा. इसमें जहां मासिक अनुबंध शुक्रवार को समाप्त होगा वह ‘एक्सपायरी’ सप्ताह शामिल नहीं होगा. एनएसई के मुताबिक, इसमें सौदे का आकार 1,000 डॉलर का होगा और एक्सचेंज के मुद्रा डेरिवेटिव खंड में कारोबार के लिये उपलब्ध होगा.
निवेशकों को मिलेगा हेजिंग टूल
एनएसई के एमडी और सीईओ विक्रम लिमये ने कहा, USD-INR करेंसी जोड़ी पर वीकली वायदा की शुरुआत मौजूदा मंथली कॉन्ट्रैक्ट का पूरक होगा और बाजार सहभागियों को उनके एक्सपोजर और USD अल्पकालिक व्यापार अल्पकालिक बाजार आंदोलनों का प्रबंधन करने के लिए एक लचीला और सटीक हेजिंग टूल प्रदान करेगा.
पिछले USD अल्पकालिक हफ्ते पूंजी बाजार नियामक सेबी ने एनएसई की ‘को-लोकेशन’ सुविधा के संदर्भ में नियमों के उल्लंघन को लेकर मास्टर कैपिटल सर्विसेज लि. पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया. ‘को-लोकेशन’ सुविधा के तहत सदस्यों को शुल्क देकर एनएसई परिसर में अपना सर्वर लगाने USD अल्पकालिक की अनुमति मिलती है.
ब्रोकर एनएसई के ई-मेल USD अल्पकालिक के बावजूद 2013 और 2014 में (सात अप्रैल, 2014 तक) वायदा एवं विकल्प खंड में कुल 317 कारोबारी दिवस में 256 दिन या 81 प्रतिशत सेकेंडरी सर्वर कनेक्शन से जुड़ा.
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एयर इंडिया 7 बोइंग विमानों के लिए अल्पकालिक 81.9 करोड़ डॉलर का कर्ज लेगी
Reported by: Bhasha
Updated on: October 30, 2019 19:29 IST
नयी दिल्ली। एयर इंडिया मौजूदा छह बोइंग 787 और एक बोइंग 777 विमान की खरीद के लिए 81.9 करोड़ डॉलर (5,800 करोड़ रुपए) का थोड़े समय का कर्ज जुटाने के प्रयास में है। यह राशि इसी काम के लिए पहले लिए गए इसी तरह के ब्रिज लोन (संक्रमण कल के लिए ऋण) को लौटाने में इस्तेमाल की जाएगी। निविदा पत्र के अनुसार कंपनी अभी इन विमानों के लिए दीर्धकालिक ऋण का प्रबंध नहीं कर सकी है। 'ब्रिज लोन' संक्रमण अवधि के लिए कर्ज प्राय: दीर्घकालिक कर्ज की व्यवस्था होने तक छोटी अवधि के लिए लिया जाता है।
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निविदा दस्तावेज के अनुसार विमानन कंपनी ने अबतक 6 बी787 और बी 777-300 ईआर के लिये दीर्घकालीन कर्ज की व्यवस्था नहीं की है। मौजूदा 81.9 करोड़ डॉलर के अल्पकालीन कर्ज को लौटाने USD अल्पकालिक के लिए ऋण लेने को लेकर बैंकों और वित्तीय USD अल्पकालिक संस्थानों से बोलियां आमंत्रित की है। मौजूदा विनिमय दर पर राशि 5,800 करोड़ रुपए से अधिक होगी। एयर इंडिया ने 27 बी787-800 विमानों तथा 15 बी 777-300 ईआर विमानों का अधिग्रहण किया था। इसमें से 21 बी787 बिक्री और पुन: पट्टे पर देने के लिये जबकि शेष छह अल्पकालीन कर्ज (USD अल्पकालिक ब्रिज लोन) पर है। कुल 15 बी 777 विमान में एक अल्पकालीन ब्रिज लोन पर है।
दस्तावेज के अनुसार कुल 81.9 करोड़ डॉलर के अल्पकालीन कर्ज में से 13.5 करोड़ डॉलर बी-777 विमान और शेष बी-787 विमानों के लिए है। कर्ज की USD अल्पकालिक अवधि एक साल या दीर्घकालीन व्यवस्था होने तक, जो भी पहले हो, तक के लिये होगी। सभी विमानों के लिये केंद्र सरकार की गारंटी उपलब्ध करायी जाएगी। बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों के लिये बोली जमा करने की समयसीमा 14 नवंबर है।
निवेशकों को मिलेगा हेजिंग टूल
एनएसई के एमडी और सीईओ विक्रम लिमये ने कहा, USD-INR करेंसी जोड़ी पर वीकली वायदा की शुरुआत मौजूदा मंथली कॉन्ट्रैक्ट का पूरक होगा और बाजार सहभागियों को उनके एक्सपोजर और व्यापार अल्पकालिक बाजार आंदोलनों का प्रबंधन करने के लिए एक लचीला और सटीक हेजिंग टूल प्रदान करेगा.
पिछले हफ्ते पूंजी बाजार USD अल्पकालिक नियामक सेबी ने एनएसई की ‘को-लोकेशन’ सुविधा के संदर्भ में नियमों के उल्लंघन को लेकर मास्टर कैपिटल सर्विसेज लि. पर तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया. ‘को-लोकेशन’ सुविधा के तहत सदस्यों को शुल्क देकर एनएसई परिसर में अपना सर्वर लगाने की अनुमति मिलती है.
ब्रोकर एनएसई के ई-मेल के बावजूद 2013 और USD अल्पकालिक 2014 में (सात अप्रैल, 2014 तक) वायदा एवं विकल्प खंड में कुल 317 कारोबारी दिवस में 256 दिन या 81 प्रतिशत सेकेंडरी सर्वर कनेक्शन से जुड़ा.