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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश के सबसे बड़े "यू-टर्न नेता", भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश के सबसे बड़े

अहमदाबाद। भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को देश का "सबसे बड़ा यू-टर्न नेता" बताया। सूर्या ने कहा कि उनकी "रेवड़ी (मुफ्त) और बेवड़ी (शराबी) राजनीति" को गुजरात के युवा खारिज कर देंगे। सूर्या ने केजरीवाल की राजनीति में विश्वसनीयता एवं अखंडता की कमी बताई।

भाजपा की युवा ईकाई भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय यू-टर्न मॉडल अध्यक्ष सूर्या ने राजकोट में बाइक रैली के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने केजरीवाल के दिल्ली मॉडल को उजागर कर दिया है, मौहल्ला क्लिनिक, बेहतर स्कूल व स्वच्छ राजनीति अब उजागर हो चुकी है। सूर्या बोले की दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर सीबीआई की छापेमारी , केजरीवाल के स्वच्छ राजनीति के दावों के ताबूत में आखिरी कील है।

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ऑडी कार में चालक से बचने की गुहार लगाने वाली युवती का यू-टर्न : कार चालक को बताया भाई

05-11-2022 : 09:32 pm ||

सवाल पूछने से झल्लाकर मीडियाकर्मी पर किया हमला

खुलासा फर्स्ट… इंदौर

कल तक ऑडी कार में सवार होकर जिस चालक के साथ युवती घूम रही थी। उसकी हरकतों से बचने के लिए चिल्लाकर मदद की गुहार लगा रही थी। आज उसी मॉडल युवती ने सोशल मीडिया पर वीडियो सार्वजनिक होने के बाद यू-टर्न ले लिया। युवती ने कार चालक को ना केवल अपना भाई बताया बल्कि मामले में सवाल पूछे जाने पर मीडियाकर्मी पर हमला कर दिया। खास बात यहां कि मामले में पुलिस ने भी पल्ला झाड़ते हुए मीडियाकर्मी से महज आवेदन ही लिया है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एक पाठक ने एक वीडियो उपलब्ध कराया था, जिसमें तंग कपड़े पहनी और नशे में धूत ऑडी कार एमपी 09 डब्ल्यूसी 9336 में सवार एक युवती बचाओ-बचाओ छोड़ दो, छोड़ दो मुझे, कहते हुए मदद की पुकार लगा रही थी। इसे लेकर खुलासा फर्स्ट ने रईसजादे की गंदी हरकत, सुनसान जगह पर कार रोककर युवती को बंधक बनाने का किया प्रयास शीर्षक से प्रथम पृष्ठ पर खबर प्रकाशित की थी। खास बात यह कि खुलासा फर्स्ट ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के तहत कानूनी पक्ष को ध्यान में रखते हुए युवती की पहचान का खुलासा नहीं किया। वही जानकारी जुटाने पर कार स्कीम-51 संगम नगर निवासी मोहित अर्गल के नाम से रजिस्टर्ड होना पाई गई। मोहित से संपर्क करने पर उसने खुद को पाक साफ बताते हुए कार को करीब साल भर पहले ही ऑडी कंपनी को कार सेल करना बताई।

'असहमति का सम्मान ज़रूरी'

यह धारणा बनती जा रही है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ. इसके आधार पर आनन-फ़ानन में योजना आयोग खत्म किया गया.यू-टर्न मॉडल

योजना आयोग में कम से कम इतनी बात तो थी कि विचारों की असहमति की इज्ज़त होती थी. सरकार अपने विरोध में खड़े लोगों की बात भी इस मंच पर सुनती थी.

योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे मोंटेक सिंह अहलूवालिया के अपनी ही सरकार की पॉलिसी के ख़िलाफ़ आर्टिकल छपते थे.

नीति आयोग बनने के बाद योजना आयोग का यह पहलू ख़त्म हो गया. शायद सोचा होगा कि योजना आयोग किसी काम का नहीं है. हम लोग सब कुछ समझते हैं या हमारे लोग सब जानते हैं या फिर हमारा राजनीतिक एजेंडा ही फ़ाइनल है.

नोटबंदी के बारे में क्या कहते हैं रघुराम राजन?

थिंक टैंक

वजह जो भी रही हो, इसके बारे में वही बेहतर बता सकते हैं.

मगर योजना आयोग और आर्थिक सलाहकार परिषद का कार्यकाल ख़त्म होने के बाद जिस तरह का स्वरूप बना, वह सुविचारित प्रयास था अपने हिसाब से चलाने का और वह देश के हित में नहीं था.

योजना आयोग की तरह या आर्थिक सलाहकर समिति की तरह इनके पास थिंक टैंक होता तो नोटबंदी की कतई सलाह नहीं देता.

आज दुनिया के देश भी आश्चर्य से देख रहे हैं कि जो देश वैश्विक मंदी के यू-टर्न मॉडल बाद अपने सर्वाधिक ग्रोथ रेट के साथ चल रहा था, नोटबंदी के बाद ऐसे लुढ़का दिया गया और उसके बाद जैसे आनन-फ़ानन में जीएसटी लागू हो गया, इसके परिणाम भयावह आने वाले हैं.

इमेज स्रोत, Getty Images

देर से उठाया गया है यह कदम

सरकार ने समीक्षा तो की है और ख़ासकर नौजवानों को लेकर. चिंता इस बात की भी है कि ग्रोथ रेट तेज़ी से नीचे जा रहा है तो सरकार की ज़रूरत के खर्चे कहां से निकलेंगे.

हालांकि इसके लिए इन्होंने प्लान और नॉन प्लान के खर्च को एकसाथ कर दिया है, जिससे पता नहीं चलता यू-टर्न मॉडल कि डिवेलपमेंट पर क्या खर्च होना है और मेनटेंनेंस पर क्या खर्च होना है.

दूसरी बात यह है कि समय इनके पास नहीं है. डेढ़ साल का वक्त बहुत थोड़ा है. प्रयास बेशक हुआ है, मगर देरी से हुआ है.

अगर मध्यावधि समीक्षा हुई होती तो अलग बात होती. मगर ऐसी समीक्षा के लिए प्लानिंग कमीशन था ही नहीं.

उसमें मध्यावधि समीक्षा होती थी और इसके बाद सुधारवादी कदम उठाए जाते थे. इसके ख़त्म होने से चुनौतियां और गाढ़ी हो गईं.

अर्थशास्त्री यू-टर्न मॉडल ज्यां द्रेज़ के अनुसार लोग कैश में काला धन कभी कभार ही रखते हैं.

अर्थात्: 'बुलेट ट्रेन' का यू टर्न'

  • 15 जून 2015,
  • (अपडेटेड यू-टर्न मॉडल 15 जून 2015, 12:10 PM IST)

वह पिछले साल नवंबर का आखिरी हफ्ता था जब प्रधानमंत्री गुवाहाटी व मेंदीपाथर (मेघालय) के बीच ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कह रहे थे, “रेलवे की सुविधाएं 100 साल पुरानी दिखती हैं. रेलवे स्टेशनों का निजीकरण कीजिए. उन्हें आधुनिक बनाइए. स्टेशन एयरपोर्ट से अच्छे होने चाहिए. रेलवे को अपनी जमीन पर लग्जरी होटल बनाने के लिए निजी क्षेत्र को आमंत्रित करना चाहिए.” रेलवे को समझने वाले मानेंगे कि यह बड़ी बात थी. भारत का कोई प्रधानमंत्री पहली बार रेलवे के निजीकरण की चर्चा का साहस दिखा रहा था. लेकिन ठीक एक माह के भीतर सब कुछ बदल गया. प्रधानमंत्री ने वाराणसी के डीजल इंजन कारखाने पहुंचने के बाद कहा, “रेलवे के निजीकरण को लेकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं, न मैंने कभी ऐसा सोचा है और न कभी करूंगा.” रेलवे को बदलने पर यू टर्न न केवल कठोर सुधारों को लेकर मोदी सरकार के संकल्प में कमजोरी का पहला ऐलान था, बल्कि इससे एक विशाल आबादी की उम्मीदें भी मुरझा गईं जिसके पास परिवहन के लिए रेलवे के अलावा कोई विकल्प नहीं है और जिसे बुलेट ट्रेन का सपना दिखाया गया था.

मॉडल टाउन से बरौला तक सिग् नल फ्री सफर

Noida Bureau

नोएडा ब्यूरो
Updated Thu, 14 Mar 2019 01:42 AM IST

मॉडल टाउन से बरौला तक सिग् नल फ्री सफर

हेडिंग: मॉडल टाउन से बरौला तक सिग्नल फ्री सफर
आज से सेक्टर-71 चौराहे पर ट्रैफिक डायवर्जन, यू-टर्न की व्यवस्था लागू
अमर उजाला ब्यूरो
नोएडा। शहर के सबसे व्यस्त चौराहे पर जाम से निपटने के लिए डायवर्जन प्लान तैयार किया गया है। बुधवार रात को बैरिकेड लगाकर चौराहे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। यातायात व्यवस्था सुचारु बनाए रखने के लिए डबल यू-टर्न की व्यवस्था की गई है। इस प्रयोग के बाद नेशनल हाईवे स्थित मॉडल टाउन से बरौला तक सफर सिग्नल फ्री हो जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी के मुताबिक किसान चौक और एफएनजी गोल चक्कर की ओर से वाहन होशियारपुर व सिटी सेंटर की ओर सीधे नहीं जा सकेंगे। वाहन चालकों को चौराहे से बायीं ओर मुड़कर सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन की ओर जाकर यू-टर्न लेना होगा। इसके साथ ही होशियारपुर और सिटी सेंटर की ओर से वाहन सीधे किसान चौक व एफएनजी गोल चक्कर की ओर नहीं जा सकेंगे। वाहन चालकों को चौराहे से बायीं ओर मुड़कर सेक्टर-61 साईं मंदिर की ओर जाना होगा और यू-टर्न अपने गंतव्य की ओर जाना होगा। साईं मंदिर की ओर से बाबा बालक नाथ मंदिर और पर्थला व किसान चौक की तरफ जाने वाले वाहनों को सेक्टर-71 से पहले बने यू-टर्न से आगे बायीं ओर मुड़कर अपने गंतव्य की ओर जा सकेंगे।
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एक साल से अटका प्रोजेक्ट
सेक्टर-71 चौराहे पर अंडरपास के निर्माण की योजना पर नोएडा प्राधिकरण काम शुरू नहीं कर पा रहा है। ट्रैफिक पुलिस ने यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए चौराहे पर रोड डिजाइनिंग में बदलाव का प्रस्ताव एक साल पहले दिया था, लेकिन नोएडा प्राधिकरण ने इस पर भी ध्यान नहीं दिया है। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस को चौराहा बंद करने का निर्णय लेना पड़ा।
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सेक्टर-71 चौराहे पर लगातार वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। किसी भी योजना पर प्राधिकरण काम शुरू नहीं कर सका है। ऐसे में डायवर्जन का फैसला लिया गया है।
- अनिल कुमार झा, एसपी ट्रैफिक

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