क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है

जब आप किसी कंपनी के शेयर को ६ महीने या उस से ज्यादा के लिये खरीद कर रखते हो तो उसे हम लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहेगे। अगर आप इन्वेस्टमेंट के लिए शेयर मार्केट में आये है तो ये ट्रेड आप के लिये बहुत अच्छा है क्युकी जब आप किसी कंपनी के शेर तीन या पांच साल तक रख ते हो तो कंपनी के वृद्धि से लॉन्ग टर्म में आप को बहुत फायदा होगा और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में नुकशान की संभावना बहुत कम होती है।
52 वीक ब्रेकआउट स्ट्रैटेजीज
दिलचस्प बात यह है कि पिछले कुछ सालों में बोहत सारे एकैडमिक रिसर्च हुए हैं और इनमें से अधिकतर, इशारा करते हैं 52 हफ्तों के हाई तक पहुंचनेवाले स्टॉक्स के हाई मोमेंटम की ओर। यह मोमेंटम इन्वेस्टिंग के सबसे प्रसिद्ध पेपर के इस कोट से समझी जा सकती है।
“The 52-week high price explains a large portion of the profits from momentum investing.
We find that nearness to the 52-week high is a better predictor of future returns than are past returns”
---- The 52-Week High and Momentum Investing - Thomas George and Chuan Hwang, Journal of Finance, 2004.
रिसर्च और डेटा के बावजूद, मैंने ऑब्जर्व किया है कि इन सालाना हाई और लो जोंस में ट्रेडिंग करनेवाले ट्रेडर्स पैसा गंवा देते हैं। कारण क्या है?
इन्टरनेट ट्रेडिंग के आने से पहले 52 वीक हाई और लो वास्तविक होते थे और मार्केट ज़्यादा मोमेंटम के साथ उनके आगे बढ़ता था। लेकिनजैसे-जैसे समय के साथ, और ज़्यादा लोग इस सरल मेथड को अपनाने लगे और इन्फर्मेशन की स्पीड बढ़ी जिसके परिणामस्वरूप अस्थिरता और झूठे ब्रेक आउट्स बढ़े और इसकी ट्रेडिंग की तेज़ी खत्म हो गई।
स्टॉक चुनने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए
• अपने जोखिम के स्तर को समझें और तय करें कि क्या उचित है।
• आपके व्यक्तित्व प्रकार से कोई फर्क नहीं पड़ता, निवेश करने के लिए स्टॉक चुनने के लिए एक रणनीति विकसित करें।
• एक स्टॉक चुनकर (Pick Stocks) शुरू करें और फिर परिणामों का विश्लेषण करें।
• स्टॉक की हलचल और संपूर्ण बाजार को समझने के लिए ट्रेडिंग चार्ट का उपयोग करें।
• अंत में, अपनी योजना पर कायम रहें!
साथ ही, आपका व्यक्तित्व प्रकार आपके द्वारा ट्रेड किए जाने वाले स्टॉक के प्रकारों में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। उदाहरण के लिए, यदि आप २३ वर्ष के हैं, वीडियो गेम में पले-बढ़े हैं, आपका दिमाग तेज़ है और ध्यान केंद्रित रहने के लिए आपको बहुत अधिक कार्रवाई करने की आवश्यकता है, तो आपके लिए अल्पकालिक, स्केलिंग सही हो सकती है। दूसरी ओर, यदि आप 65 वर्ष के हैं, तो निर्णय लेने से पहले चीजों के बारे में सोचना पसंद करते हैं, तो हो सकता है कि स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) कम अस्थिरता वाले स्टॉक अधिक उपयुक्त हों।
स्टॉक चुनते समय जोखिम प्रबंधन को ध्यान में रखें ( Keep Risk Management in Mind When Picking Stocks)
निर्धारित करें कि आप किस हद तक जोखिम के साथ रह सकते हैं और बर्दाश्त कर सकते हैं। स्टॉक चुनने (Pick Stocks) की रणनीति बनाने पर ध्यान दें जो पूंजी को संरक्षित करने और जोखिम को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य पूंजी को संरक्षित करना होना चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि खेल में बने रहने के लिए अपनी पूंजी को संभालना बहोत ही महत्वपूर्ण है ।
व्यापार करने के लिए स्टॉक का एक पूरा स्पेक्ट्रम है, प्रत्येक में विभिन्न स्तरों की अस्थिरता, मूल्य और मात्रा विशेषताओं के साथ। जोखिम कम करके शुरुआत करें। जैसे-जैसे आपके कौशल, अनुभव और आपकी सफलता में वृद्धि होती है, आप उन शेयरों से जुड़े जोखिम को बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं जिन्हें आप व्यापार के लिए चुनते हैं।
जब आप निवेश करने के लिए स्टॉक चुनते हैं तो इसे सरल रखें ( Keep it Simple When You pick Stocks to Invest In)
अपनी स्टॉक चुनने की प्रक्रिया (Picking Stocks Process) को सरल रखें! लंबी अवधि में आप जो भी स्टॉक चुनने की रणनीति तय करते हैं, केवल एक स्टॉक का व्यापार करके शुरू करें, देखें, अध्ययन करें और सीखें । प्रत्येक स्टॉक का अपना व्यक्तित्व और विशेषताएं होती हैं। आदर्श चाल चलने का अनुमान लगाने के लिए आपको इन “आदतों” को समझने की जरूरत है। चार्ट का अध्ययन कई समय सीमा में करें – इंट्राडे, दैनिक और साप्ताहिक। समय के साथ, एक क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है और स्टॉक जोड़ना शुरू करें, और फिर दूसरा, इत्यादि। जब आप एक स्टॉक का व्यापार कर रहे हों, तो कुछ अन्य शेयरों के व्यवहार का अध्ययन करना और उनके व्यवहार को सीखना ठीक है।
एक बार जब आप “लर्निंग कर्व” के साथ आगे बढ़ क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है जाते हैं, तो आप जिन अन्य शेयरों का अध्ययन कर रहे हैं, उनमें से एक का व्यापार करना शुरू करें। जब से आप इसे देख रहे हैं, तब से आपको इसके व्यवहार की समझ पहले से ही होगी। उन शेयरों पर ध्यान दें जो आपकी ट्रेडिंग योजना के साथ संरेखित हों और निरंतरता की अनुमति दें।
3- निवेश पर करें फोकस, ट्रेडिंग पर नहीं
शेयर बाजार में पैसा लगाने का मतलब अधिकतर लोग ये समझते हैं कि हर रोज सुबह से शाम तक शेयर बाजार ही देखते रहें. उन्हें लगता है कि जैसै ही दाम बढ़ेंगे, शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेंगे. कई लोग एक ही दिन में शेयर खरीद कर बेच देते हैं, जिसे इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है. वहीं कुछ लोग कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों में मुनाफा काट लेते हैं, जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं. वहीं सबसे तगड़ा मुनाफा मिलता है निवेश से, जो लंबे वक्त के लिए किया जाता है. राकेश झुनझुनवाला से लेकर वॉरेन बफे तक सभी निवेश की सलाह देते हैं. कभी-कभी ट्रेडिंग बुरी बात नहीं, लेकिन अधिकतर समय निवेश के बारे में सोचना चाहिए.
शेयर बाजार में वह लोग अक्सर मुंह की खाते हैं, जो अपना सारा पैसा एक ही शेयर में झोंक देते हैं. शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त सारा पैसा एक ही शेयर में नहीं लगाना क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है चाहिए, बल्कि एक पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. अगर आप एक ही शेयर में पैसे लगाएंगे और उसमें नुकसान होता है तो आपके सारे पैसे डूब सकते हैं. वहीं अगर आपने एक पोर्टफोलियो बनाया होगा और आप कई शेयरों में थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाते हैं तो एक के नुकसान की भरपाई दूसरे शेयर से हो जाएगी.
5- टिप्स के चक्कर में कभी ना फंसें
शेयर बाजार में जो निवेश की शुरुआत करता है, वह शुरू-शुरू में कुछ लोगों से ये जरूर पूछता है कि किस शेयर में पैसे लगाने चाहिए. अगर आपने भी ऐसा कुछ किया है या करने की सोच रहे हैं तो ये ख्याल अपने मन से अभी निकाल दीजिए. तमाम दिग्गज निवेशकों की भी हमेशा यही सलाह रहती है कि टिप्स के चक्कर में ना पड़ें. ना ही झुनझुनवाला या बफे जैसे निवेशकों के पैटर्न को फॉलो करें. अगर कुछ गड़बड़ दिखती है तो वो तो अपना पैसा मार्केट से निकाल लेंगे, लेकिन आप फंसे रह जाएंगे. कभी भी टिप्स के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए, बल्कि कंपनी के बारे में पूरी रिसर्च करने के बाद ही उसमें पैसे लगाने चाहिए.
शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ग्लोबल न्यूज पर विशेष ध्यान रखें, खासकर अमेरिकन मार्केट पर. अगर विदेशी बाजार में उथल-पुथल होती है, तो उसका भारतीय शेयर बाजार पर असर दिखता ही है. जैसे ग्लोबल मंदी या अमेरिका में मंदी आने का असर भारत पर दिखता है. अगर फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरें क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है बढ़ाई जाती हैं, तो उसका सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ता ही है. ऐसे में आपको ग्लोबल न्यूज और मार्केट सेंटिमेंट को ध्यान में रखते हुए ही शेयर बाजार में पैसे लगाने चाहिए.
अनुसंधान और एक अच्छी रणनीति विकसित करें।
पहली बात यह है क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है कि एक अच्छी रणनीति पर शोध और विकास करना है। अगर आपको नहीं पता कि इसका क्या मतलब है, तो चिंता न करें! यह उतना मुश्किल नहीं है जितना लगता है।
बाजार में कई अलग-अलग रणनीतियां उपलब्ध हैं, लेकिन उन सभी के अपने फायदे और नुकसान हैं। आपके लिए सही खोजने के लिए, निम्नलिखित पर विचार करें:
मैं किस प्रकार का व्यापार करना चाहता हूँ? डे-ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग? इंट्राडे या इंटरडे? सिंगल स्टॉक या इंडेक्स?
मैं कितनी बार ट्रेडिंग करूंगा (दैनिक/साप्ताहिक)? मेरे सिग्नल कितने समय तक चलने चाहिए (1 मिनट ऊपर/नीचे)? क्या मैं स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करूंगा या प्रॉफिट लूंगा। क्या मुझे किसी भी ट्रेलिंग स्टॉप लॉस की आवश्यकता है? क्या इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग रणनीति के साथ शुरुआत करते समय कितनी पूंजी का उपयोग करता हूं
इमोशनल ट्रेडिंग से बचें
भावनात्मक व्यापार आपदा के लिए एक नुस्खा है। यह खराब निर्णयों की ओर ले जाता है, और यह आपको धन, आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान की हानि की ओर ले जा सकता है।
जब आप अपने ट्रेडों में भावनात्मक रूप से निवेशित होते हैं, तो तर्क के बजाय भावनाओं के आधार पर खरीदने या बेचने में चूसा जाना आसान होता है – और यदि व्यापारियों के रूप में हमारे वर्षों के अनुभव से हमने एक चीज सीखी है, तो यह है कि भावनाओं को कभी भी शामिल नहीं किया जाना चाहिए। अपने निवेश के बारे में निर्णय लेने में।
आप इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमा सकते हैं लेकिन आपको पहले अपना होमवर्क करना होगा।
आप इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमा सकते हैं लेकिन आपको पहले अपना होमवर्क करना होगा।
अल्पावधि में, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप लाभदायक होंगे। पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि धैर्य रखें और समझें कि बाजार के रुझान को सामने आने और लाभदायक स्थिति में विकसित होने में समय लगता है। यदि कोई स्थिति काम नहीं कर रही है तो उसे जबरदस्ती करने की कोशिश न करें; इसके बजाय, आगे बढ़ें और अन्य अवसरों को देखें जो समय के साथ या विभिन्न बाजारों में प्रकट हो सकते हैं।
1) ट्रेडिंग अकॉउंट खोले
शेयर मार्केट में शेयर खरीद ने और बेच ने के लिये आप को एक अकॉउंट की जरुरत पड़ती है जिसे हम डीमेट अकॉउंट कहते है । इण्डिया में बहुत सारी ब्रोकर कंपनीया है जो डीमेट अकॉउंट खोलती है ये कंपनी आ ट्रेडिंग अकॉउंट खोलने और उस में ट्रेडिंग कर ने के कुछ रकम लेती है।
2) मार्केट एनालिसिस
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर ने से पहले आप को मार्केट रिसर्च करनी चाहिये। आप जिस भी कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हो उस कंपनी के बारे में अछेसे रिसेर्च करे की कंपनी हर साल कितना मुनाफा कमाती है उन के शेयर के प्राइस कितने बढ़ते और घटते है। कंपनी हर साल अपने शेयर होल्डर को कितना डिविडेंड देती है।
इन सभी बातो को अच्छी तरह से देख ले। लालच में आके ऐसा कोई इन्वेस्टमेन्ट मत कर देना की बाद में आप को नुकसान हो क्युकी यहाँ पे धोके बहुत मिलते है बहुत सारी कंपनिया लोगो क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है के पैसे लेके भाग जाती है। तो अच्छे से सब कुछ देख के पैसे लगाइये।
कितने तरह के ट्रेडिंग होते है ?
1) इंट्रा डे ट्रेडिंग
सुबह 9:15 पे मार्केट खुलता है और 3:30 पे बंध होता है इस बिच में आप एक दिन में कोई शेर खरीद के बेच देते हो तो उसे हम इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते है।
इस में ब्रोकर कंपनिया आप के ट्रेडिंग अकॉउंट में पड़ी हुई रकम के २० गुना रकम आप को ट्रेड कर ने के लिए उधार देती है यानि के अगर आप के अकॉउंट में rs.1000 है तो ब्रोकर कंपनी आप लो ( 1000 * 20 ) rs. 20,000 तक के शेयर खरीद ने देगी। आप उस उधार रकम को शेयर बेच के कंपनी को लोटा सकते है।
2) स्कल्पर ट्रेडिंग
ये ट्रेड ज्यादा तर शेयर मार्केट के दिगज लोग ही करते है क्युकी इस ट्रेड में शेयर खरीदने के १० मिनिट बाद ही इसे बेच दिया जाता है। कुछ बड़े वेपारी ज्यादा मुनाफे के लिये ये ट्रेड करते है जब मार्केट में कोई बहुत बड़ा उतर- चढ़ाव आने वाला होता हे तभी ये ट्रेड होता है.
शेयर मार्केट में पैसे कमानी की कुछ टिप्स
- हमेसा अपने फायनासियल स्तिथि का ध्यान में रख कर ही ट्रेडिंग करे जरूरत से ज्यादा ट्रेड न करे।
- बहुत सारे लोग शेर की ट्रेडिंग किसी की देखा देखि में करते है ऐसा न करे हमेसा ट्रेड कर नेसे पहले सभी जानकारी पर अच्छे से नजर डाले उस के बाद ही ट्रेड करे।
- जब बाजार गिरता है तो तभी आप को कम दाम में अच्छी कंपनी के शेर मिल जाते है तो बाजार गिरने पर शेर खरीद लीजिये ये ट्रेडिंग आप को लॉन्ग टर्म में बहुत फायदा देती है।
- पैसे लगाने से पहले आप उस कंपनी का बिस्सनेस देखो अगर शेर की कीमत कम है तो पैसे लगादो ऐसा क्या आपके लिए स्विंग ट्रेडिंग सही है मत कर ना।
- जानकार लोगो का मानना है की रेगुलर डिविडेंट देने वाली कंपनी पर भरोसा करे क्युकी अगर वो रेगुलर डिविडेंट देती है तो उसका मतलब है की कंपनी के पास पैसे है और कंपनी फायदे में हैं।
- शेयर मार्किट में आने से पहले आप को अपना लक्ष्य पता करलेना है की आप यहां पे क्यू है। अगर लक्ष्य पता नहीं होगा तो आप के लिए जोखम बढ़ जायेगा।
- शेयर मार्केट की अफवाओं पर तुरंत यकीन ना करे अफवाओं की पूरी तरह से तपास करे की वो बात सही है या नहीं। अगर अफवाओं को सुनकर आप ने जल्दबाजी की तो आप अपना ही नुकशान करवा दोगे।