खास टिप्स

कैसे रोल ओवर काम करता है

कैसे रोल ओवर काम करता है

महिंद्रा नोवो 755 DI

पेश करते हैं 55.2 kW (74.0 HP) से ज्यादा पावर वाली महिंद्रा NOVO ट्रैक्टर श्रृंखला। महिंद्रा नोवो 755 DI, में है शक्तिशाली इंजन है जो अधिकतम PTO पैदा करता है और कठोर और गीली मिट्टी में भारी औजार भी आसानी से चलाता है । बड़े आकार के एयर क्लीनर और रेडिएटर कुशल कूलिंग देते हैं जो चोकिंग को कम करते हैं और आप लंबे समय तक नॉन स्टॉप काम कर पाते हैं।
महिंद्रा नोवो के कई गति विकल्प चालक को को 30 उपलब्ध गति से चुनने का विकल्प देते हैं जो उत्पादकता और संचालन के समय पर पूर्ण नियंत्रण सुनिश्चित करते हैं । इसका फॉरवर्ड रिवर्स शटल शिफ्ट लीवर त्वरित रिवर्स की सुविधा देता है जो कि हारवेस्टर और डोज़र में बहुत उपयोगी है। इसका बड़ा क्लच कम फिसलन और लंबे जीवनकाल को सुनिश्चित करता है। इसमें ३ PTO गतियां उपलब्ध हैं जो पावर हैरो और मल्चर में उपयोगी हैं। इसकी कैसे रोल ओवर काम करता है उच्च लिफ्ट क्षमता भारी उपकरणों के लिए उपयुक्त है और इसका उच्च पंप प्रवाह तेजी से काम पूरा करने में उपयोगी है।

जिंस सूचकांक डेरिवेटिव पर सेबी का विचार

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन अजय त्यागी ने दो दिन पहले जारी एक सालाना रिपोर्ट में कहा, ‘सूचकांक उत्पादों के दिशानिर्देशों पर काम करने के अलावा कुछ और जिंस विकल्प अनुबंध शुरू करने की योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।’

सेबी को सबसे पहले दिशानिर्देश बनाने होंगे। इन दिशानिर्देशों के आधार पर सूचकांक के सामान्य मानक बनाए जाएंगे। इसके बाद कारोबार से संबंंधित नियम बनेंगे। इस तरह सूचकांक आधारित डेरिवेटिव में वास्तविक कारोबार शुरू करने में लंबा समय लगेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि जिंसों के लिए सूचकांक बनाना शेयरों की तुलना में सबसे ज्यादा जटिल है। शेयरों के कारोबार में ज्यादातर योगदान सूचकांक डेरिवेटिव और सूचकांक विकल्पों का है।

सूत्रों ने कहा कि दिशानिर्देशों में यह भी शामिल होगा कि कैसे सूचकांक के घटकों का भारांश और सूचकांक तैयार करने के तकनीकी मानक बनाए जाएंगे। उनमें से एक यह होगा कि एक घटक के रूप में सूचकांक में जिंस वे वास्तविक जिंस अनुबंध होंगे, जिनका कारोबार होता है। दूसरा यह एक वायदा कीमत सूचकांक होगा, न कि हाजिर कीमत सूचकांक। बेंचमार्क सूचकांक हाजिर कीमतों का होता है और उस पर वायदा कैसे रोल ओवर काम करता है का कारोबार होता है।

इस सूचकांक का हिस्सा अनुबंध होंगे क्योंकि कच्चे तेल, अन्य ऊर्जा उत्पादों और यहां तक कि मूल और कीमती धातुओं की कीमतों में हलचल अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर निर्भर करती है और भारत में घरेलू हाजिर कीमत निर्धारित करने का कोई अच्छा तरीका नहीं है। जब जिंस अनुबंध किसी सूचकांक का घटक है तो अनुबंध की एक्सपायरी पर रोल ओवर या नजदीकी महीने के अनुबंध की जगह एक्सपायर होने वाला अनुबंध लेता है और इसलिए एक्सपायरी के अंत में सूचकांक के मूल्य नजदीकी महीने के अनुबंध की कीमत के अंतर के आधार पर बदल जाते हैं।

दो दिग्गज एक्सचेंज एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स के धातु, कृषि सूचकांकों और कंपोजिट जैसे विभिन्न खंडों के लिए अलग-अलग सूचकांक हैं। हालांकि भविष्य में उन्हें सेबी के सूचकांक नियमों एवं मानक पूरे करने होंगे। आम तौर पर इंटरनैशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ सिक्योरिटीज कमीशन के सूचकांक मानकों का पालन करना होता है। शेयरों के मामले में सूचकांक में विभिन्न कंपनियों का भारांश तय करने का महत्त्वपूर्ण मानदंड कंपनी का बाजार पूंजीकरण और उनका फ्लोटिंग मार्केट कैप है। हालांकि जिंसों के लिए ऐसा ब्योरा नहीं होता है। उदाहरण के लिए गेहूं का बाजार पूंजीकरण या बाजार का आकार केवल अनुमानित है। गेहूं की विभिन्न कीमतें होती हैं और सभी किस्मों की गुणवत्ता के आधार पर अलग-अलग कीमतें होती हैं और फसल के उत्पादन के आधार पर कीमतों में बदलाव होता रहता है। फसल के अंतिम अनुमान देर से आते हैं।

अगर बाजार पूंजीकरण का कैसे रोल ओवर काम करता है अनुमान फसल उत्पादन को एमएसपी से गुणा कर लगाया भी जाता है तो यह सही संकेतक नहीं होगा क्योंकि सभी जिंसों के दाम एमएसपी से कम या अधिक होते हैं। अगर किसी तरह डेटा का कोई मानक भी तैयार किया जाए तो उस जिंस में जिंस एक्सचेंज पर कारोबार अन्य जिंसों से कमजोर रह सकता है। सेबी वायदा बाजार की कीमतों को इस्तेमाल करने की संभावना के बारे में विचार कर रहा है।

एमसीएक्स ने थॉमसन रॉयटर्स द्वारा तैयार कंपोजिट सूचकांक सहित नए सूचकांक शुरू किए हैं। ये सूचकांक मूल धातुुओं, सराफा, सोने के लिए एकल जिंस सूचकांक, तांबा, एवं कच्चा तेल और कंपोजिट सूचकांक हैं। कंपोजिट सूचकांक सभी सक्रिय रूप से कारोबार वाली जिंसों के लिए है। इसका तरीके के दो मापदंड हैं, जो भौतिक बाजार आकार और एक्सचेंज पर उस अनुबंध के लेनदेन की मात्रा है। एक कंपोजिट सूचकांक में फिजिकल बाजार के आकार और लिक्विडिटी के लिए अधिकतम सीमा तय करनी होती है।

उदाहरण के लिए अगर एक्सचेंज पर अत्यधिक लिक्विड जिंस आकार में छोटी है तो उसके लिक्विडिटी घटक की एक सीमा तय की जाएगी और कच्चे तेल जैसी जिंस पर फिजिकल कैसे रोल ओवर काम करता है बाजार के आकार जैसी सीमा लगाई जाती है। एमसीएक्स का थॉमसन रॉयटर्स सूचकांक आईओएससीओ के नियमों का पालन करता है। हालांकि एमसीएक्स के कंपोजिट सूचकांक में केवल दो कृषि जिंस हैं, जिनका कुल भारांश 5 फीसदी से भी कम है। इसमें कच्चे तेल का भारांश सबसे अधिक 35 फीसदी है। इसलिए यह सूचकांक भले ही कारोबारी दुनिया में एमसीएक्स का प्रतिनिधित्व करे, लेकिन भारत के जिंस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।

IPL 2023: क्या मुंबई से बाहर होंगे पोलार्ड? हरभजन बोले- यह मुश्किल, लेकिन आपको कठोर फैसले लेने पड़ते हैं

आईपीएल 2023 के लिए हर फ्रेंचाइजी को 15 नवंबर तक रिटेन किए गए खिलाड़ियों की लिस्ट कैसे रोल ओवर काम करता है जारी करनी है। इसके बाद 23 दिसंबर को मिनी ऑक्शन का आयोजन होगा और सभी टीमें अगले सीजन के लिए अपनी टीम बनाएंगी। इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने कहा है कि मुंबई के लिए कीरोन पोलार्ड को टीम से बाहर करना मुश्किल फैसला होगा, लेकिन अगले चार-पांच साल के लिए टीम बनाने के लिए उन्हें कठोर फैसले लेने होंगे।

मिनी ऑक्शन से पहले सभी टीमों के पर्स में पांच करोड़ रुपये बढ़ा दिए गए हैं और अब हर टीम के पास खिलाड़ियों को खरीदने के लिए कुल 95 करोड़ रुपये हो गए हैं। एक स्पोर्ट्स चैनल से बातचीत में हरभजन ने कहा "मुझे लगता है कि मुंबई इंडियंस के लिए कीरोन पोलार्ड को रिलीज करना बहुत मुश्किल होने वाला है। वह कई सालों से है। लेकिन हां, कई बार ऐसा होता है जब आपको कुछ कठिन फैसले लेने पड़ते हैं और शायद यही समय है। उन्हें आगे बढ़ना है और अगले 4-5 साल के लिए एक टीम बनानी है। उन्हें किसी ऐसे खिलाड़ी को खोजना है जो वह काम कर सके जो पोलार्ड ने पिछले कुछ वर्षों में किया है।"

हरभजन ने कैसे रोल ओवर काम करता है कहा कि मुंबई के पास टिम डेविड है, मुंबई के लिए वह रोल निभा सकते हैं, जो पोलार्ड ने कई वर्षों तक निभाया। हरभजन ने कहा "नीलामी में एक और ऑस्ट्रेलियाई कैमरून ग्रीन हैं। मुझे लगता है कि वे उसे मुंबई सेट-अप का हिस्सा बनाने के लिए देख रहे होंगे। बेशक, यह एक कठिन फैसले होने जा रहा है, लेकिन एक समय पर आपको कठिन फैसले लेने होंगे।"

पोलार्ड 2010 से मुंबई का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने इस टीम के लिए 189 मैचों में 28.67 की औसत से 3,412 रन बनाए हैं, जिसमें 16 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने पांच बार की चैंपियन टीम के लिए 69 विकेट भी लिए हैं। पोलार्ड का पिछला सीजन खराब रहा था। 11 मैचों में, वह 14.40 के औसत से केवल 144 रन बना पाए थे, जिसमें 25 का उच्चतम स्कोर था। उनका स्ट्राइक रेट भी 107.46 का था। साथ ही, उन्होंने टूर्नामेंट में केवल चार विकेट लिए।

इस दौरान इरफान पठान ने कहा कि मुंबई को डेथ ओवरों के गेंदबाज की जरूरत है। क्योंकि, जोफ्रा आर्चर इस साल भी चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। कैसे रोल ओवर काम करता है इरफान ने कहा "यह बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि जोफ्रा आर्चर चोट से वापस आ रहे हैं। जसप्रीत बुमराह भी चोट से वापसी कर रहे हैं। पिछले साल, कैसे रोल ओवर काम करता है आर्चर के नहीं होने के कारण मुंबई की गेंदबाजी में तेजी नहीं थी। खासकर डेथ ओवरों में बासिल थंपी और जयदेव उनादकट के भरोसे टीम चलती रही। जोफ्रा और जसप्रीत बुमराह के वापस आने पर भी मुंबई को एक ऐसे गेंदबाज की जरूरत होगी, जो इन दोनों के चोटिल होने पर डेथ ओवर में गेंदबाजी कर सके। मुझे लगता है कि वे उस पर भी ध्यान देंगे।"

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर टॉम मूडी ने इस पर बात की कि क्या सनराइजर्स हैदराबाद के लिए केन विलियमसन को बनाए रखना समझदारी है। उन्होंने कहा "यह सनराइजर्स के लिए दिलचस्प है, क्योंकि जब आप एक बड़ी नीलामी की शुरुआत में केन विलियमसन जैसे खिलाड़ी को 14 करोड़ में अपने साथ रखते हैं, तो आप लंबे समय के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन पिछले चार महीनों में टी20 क्रिकेट में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। हम एक कप्तान के रूप में उनकी क्षमता जानते हैं। वह आईपीएल और विश्व स्तर पर एक बहुत सम्मानित कप्तान हैं। इसलिए, यह सिर्फ इस बात पर निर्भर करता है कि वे उस नेतृत्व पर कितना भार डालते हैं। मेरे हिसाब से किसी भी खिलाड़ी के लिए 14 करोड़ रुपये बड़ी राशि हैं।"

विलियमसन के लिए आईपीएल 2022 शानदार नहीं रहा। 13 मैचों में वह 19.64 की औसत से केवल 216 रन ही बना सके। उनके बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक निकला। उनका स्ट्राइक रेट भी 93.51 का था। इस साल, उन्होंने 12 टी20 मैचों में 34.72 की औसत से दो अर्धशतकों के साथ 382 रन बनाए हैं, लेकिन उनका का स्ट्राइक रेट 119.00 का रहा है।

एमएस धोनी की फिर होगी टीम इंडिया में एंट्री? टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए बीसीसीआई बना रहा बड़ा प्लान

भारत के सबसे सफल कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी की एक बार फिर टीम में एंट्री हो सकती है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 को लेकर बीसीसीआई बड़े बदलाव की तैयारी में है. बीसीसीआई टी20 टीम के लिए धोनी के अनुभव को उपयोग करना चाहता है और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की योजना बना रहा है.

टीम इंडिया में महेंद्र सिंह धोनी की वापसी

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी को बड़ा रोल देने की तैयारी कर रहा है. द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में शर्मनाक हार के बाद अपनी टी20 टीम को पटरी पर लाने के लिए तेज और कठोर कदम उठायेगा. कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि एमएस धोनी 2023 सीजन के बाद आईपीएल से संन्यास की घोषणा कर सकते हैं.

टी20 वर्ल्ड कप में भी धोनी बने थे मेंटोर

महेंद्र सिंह धोनी को टी20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया का मेंटोर बनाकर भेजा गया था. हालांकि टीम उस वर्ल्ड कप में कोई प्रभावी प्रदर्शन नहीं कैसे रोल ओवर काम करता है कर पायी और सुपर 12 चरण से ही बाहर हो गयी थी. विराट कोहली ने उसी के बाद टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी थी. इस बाद भारत को ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों करारी हार के बाद टीम को बाहर होना पड़ा.

रोहित शर्मा और एमएस धोनी में कौन बेहतर कप्तान, बीसीसीआई चीफ रोजर बिन्नी ने दिया यह जवाब

रोहित शर्मा और एमएस धोनी में कौन बेहतर कप्तान, बीसीसीआई चीफ रोजर बिन्नी ने दिया यह जवाब

सात साल पहले इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने किये थे बड़े बदलाव

सात साल पहले इंग्लिश टीम को एडिलेड में लगभग इसी तरह की हार का सामना करना पड़ा था जब वे बांग्लादेश से हारकर 50 ओवर के विश्व कप के क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहे थे. इसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने बड़ा बदलाव किया. प्रबंध निदेशक पॉल डाउनटाउन को हटाया गया और क्रिकेट के निदेशक के रूप में एक नया पद बनाया गया. एंड्रयू स्ट्रॉस ने शीर्ष बॉस के रूप में पदभार संभाला.

इंग्लिश क्रिकेट में कई स्तर पर बदलाव हुए

इसके बाद इंग्लिश क्रिकेट में खिलाड़ियों के स्तर पर भी कई और बड़े सुधार स्पष्ट दिखायी पड़े. इस टीम ने वनडे वर्ल्ड कप जीता और उस ट्रॉफी के देश में रहते टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाला पहला देश बना. अगर बीसीसीआई को भी ईसीबी मॉडल पर चलना है तो टीम के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया अभी से शुरू करनी होगी. अगला टी20 विश्व कप वेस्टइंडीज/यूएसए में जून 2024 में होगा. हार्दिक पांड्या को नियमित टी20 कप्तान चुना जाना कुछ ही समय की बात है लेकिन बीसीसीआई अभी भी सबसे छोटे प्रारूप के लिए एक अलग कोच रखने पर निर्णय नहीं ले पाया है.

Dhoni Entertainment: एमएस धोनी ने फिल्मी दुनिया में रखा कदम, लॉन्च किया फिल्म प्रोडक्शन हाउस

Dhoni Entertainment: एमएस धोनी ने फिल्मी दुनिया में रखा कदम, लॉन्च किया फिल्म प्रोडक्शन हाउस

टी20 के लिए अलग कोच रखने के पक्ष में बीसीसीआई

अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कोच रखने के लिए कॉल किया गया है और इस महीने के अंत में शीर्ष परिषद की बैठक के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. क्रिकेट सलाहकार समिति के गठन को भी प्राथमिकता मिलेगी. आईसीसी टूर्नामेंट में क्रिकेट के उस निडर ब्रांड के लिए विशेषज्ञ कौशल लाने के लिए टी20 टीम के साथ महेंद्र सिंह धोनी को कुछ क्षमता में शामिल करने के बारे में बीसीसीआई में चर्चा हुई है. धोनी के अगले साल के आईपीएल के बाद खेल से संन्यास लेने की उम्मीद है और बीसीसीआई उनके अनुभव और तकनीकी कौशल का सही तरीके से उपयोग करने के लिए उत्सुक है.

धोनी की क्षमता से सभी हैं वाकिफ

पूर्व कप्तान को खिलाड़ियों के एक विशेष समूह के साथ काम करने के लिए कहा जा सकता है क्योंकि तीन प्रारूपों का प्रबंधन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के लिए बहुत कठिन साबित हो रहा है. धोनी ने भारत को तीन आईसीसी खिताब दिलाये. उनकी साहसी दृष्टिकोण से सभी अच्छी तरह वाकिफ हैं. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन को भी लगता है कि बीसीसीआई को प्रेरणा के लिए इंग्लैंड को देखना चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट और राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Best Data Plan: हर दिन 4GB डेटा समेत कई बेनिफिट्स का पिटारा है ये प्लान! Airtel-Jio के छूटे पसीने

Best Data Plan, vi 4g data plan

Best Data Plan: रिलायंस और जियो को टक्कर देने के लिए वोडाफोन-आइडिया अपने ग्राहकों को कई प्लान ऑफर करती रहती है। सभी अपने आप में खास होते हैं। इस बार कंपनी की ओर से एक ऐसा प्लान पेश किया गया है जो एयरटेल और जियो के पास भी नहीं है।

वीआई अपने ग्राहकों को रोजाना 4जीबी डेटा की सुविधा दे रहा है। इसी के साथ अन्य बेनिफिट्स भी ऑफर कर रहा है। अगर आप डेली अधिक डेटा का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए ये प्लान एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। हर दिन 4जीबी डेटा समेत कई अन्य सुविधा का लाभ आप उठा सकते हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।

Vi Daily 4GB Data Plan Detail

वीआई की ओर से 475 रुपये में रोजाना 4जीबी डेटा की सुविधा दी जाती है। इतना ही नहीं, प्लान में आपको अनलिमिटेड कॉलिंग और रोजाना 100 फ्री एसएमएस की सुविधा भी दी जाती है। इसमें कई शानदार अडिशनल बेनिफिट भी शामिल हैं। इस प्लान की वैधता कैसे रोल ओवर काम करता है 28 दिनों की है।

Vi 475 Plan Additional Benefits

वीआई अपने 475 रुपये की कीमत वाले प्लान में बिंज ऑल नाइट बेनिफिट भी देता है। इसके तहत रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक अनलिमिटेड डेटा यूज किया जा सकता है। इसमें डेटा डिलाइट का भी फायदा मिलता है जो हर महीने 2जीबी डेटा बैकअप के साथ है। इसमें वीकेंड डेटा रोलओवर, Vi Movies और TV ऐप का फायदा भी शामिल है।

जियो के पास नहीं है ऐसा कोई प्लान

जियो इस तरह का कोई प्लान ऑफर नहीं करता है। 400 रुपये की रेंज में कंपनी 419 का एक प्लान देती है जिसकी वैधता 28 दिनों की है। इसमें रोजाना 3जीबी, 100 फ्री एसएमएस और अनलिमिटेड कॉलिंग बेनिफिट मिलता है।

एयरटेल भी इस लिस्ट में नहीं शामिल

हर दिन 4जीबी डेटा लाभ वाली लिस्ट में एयरटेल भी नहीं आता है। कंपनी की ओर से डेली 3जीबी डेटा भी ऑफर नहीं किया जाता है। 399 रुपये में कंपनी अनलिमिटेड लोकल, एसटीडी और रोमिंग कॉल्स, डेली 2.5जीबी डेटा और डेली 100 फ्री एसएमएस बेनिफिट देता है। इसकी वैधता भी 28 दिनों की होती है।

देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले न्यूज़ 24 पर फॉलो करें न्यूज़ 24 को और डाउनलोड करे - न्यूज़ 24 की एंड्राइड एप्लिकेशन. फॉलो करें न्यूज़ 24 को फेसबुक, टेलीग्राम, गूगल न्यूज़.

रेटिंग: 4.30
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 830
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *