DSO क्या है?

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Madhya Pradesh: शिवराज ने फिर दिखाए 'नायक' वाले तेवर, मंच से अधिकारी को बोले- जाओ आपको सस्पेंड करता हूं
डिंडौरी में जन सेवा अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उज्ज्वला योजना के तहत कार्ड बनाने में लापरवाही करने के मामले में डीएसओ टीकाराम अहिरवार को सस्पेंड किया।
- शिवराज सिंह चौहान ने मंच से एक और अधिकारी को किया सस्पेंड
- कुछ दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक एसपी को किया था सस्पेंड
- शिवराज सिंह कई मौकों पर अधिकारियों को दे चुके DSO क्या है? हैं सख्त हिदायत
Shivraj Singh Chouhan News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान DSO क्या है? का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह मंच से संबोधित करते हुए एक अधिकारी को सस्पेंड करने का फरमान जारी कर रहे हैं। राज्य के डिंडौरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर को फटकार लगाते हुए शिवराज ने मंच से ही जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी को इसलिए सस्पेंड कर दिया क्योंकि वहां उज्जवला योजना के तहत कार्ड बनाने में लापरवाही सामने आई थी।
मंच से किया सस्पेंड
दरअसल मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की कलेक्टर से जानकारी मांगी जो मंच DSO क्या है? पर मौजूद थे। इस दौरान कलेक्टर ने जैसे ही कहा कि हम उज्ज्वला कार्ड बनाने में आशानुरुप काम नहीं कर पाए तो मुख्यमंत्री भड़क गए उन्होंने कलेक्टर से DSO क्या है? एक के बाद एक कई सवाल दाग दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को DSO क्या है? जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी (DSO) को बुलाने के लिए कहा। वहीं मौजूद डीएसओ पर जब मंच पर पहुंचे तो शिवराज सिंह ने पूछा कि कार्ड बनने में देरी क्यों हुई जिसका जवाब देते हुए डीएसओ ने कहा कि हर सप्ताह गैस एजेंसी वाले कैंप लगा रहे हैं। इस पर शिवराज ने सवाल दागा- 'कार्ड किसको बनाना है आपको या गैस एजेंसी वालो का, पहले यह क्लीयर करो कि आपका क्या काम है। 70 हजार में से 30 हजार कार्ड ही क्यों बने, आपको सस्पेंड कर रहे हैं हम.. चलो. '
पहले भी दिखा चुके हैं तेवर
यह पहली बार नहीं है जब शिवराज ने मंच से इस तरह अफसरों को वॉर्निंग दी है। छिंदवाड़ा में आयोजित एक शिविर में भी उन्होंने सख्त तेवर दिखाए थे। इस दौरान कलेक्टर के साथ-साथ SDM, तहसीलदार और CMHO सभी को मंच से चेताते हुए कहा था कि सरकारी योजना का लाभ हर आदमी तक पहुंचना चाहिए। कुछ दिन पहले ही उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी DSO क्या है? को तत्काल हटाने का निर्देश दे दिया जिसके बाद से मध्य प्रदेश पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। अरविंद तिवारी का छात्रों के साथ बदतमीजी करने का वीडियो वायरल हुआ था।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।
Madhya Pradesh: शिवराज ने फिर दिखाए 'नायक' वाले तेवर, मंच से अधिकारी को बोले- जाओ आपको सस्पेंड करता हूं
डिंडौरी में जन सेवा अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उज्ज्वला योजना के तहत कार्ड बनाने में लापरवाही करने के मामले में डीएसओ टीकाराम अहिरवार को सस्पेंड किया।
- शिवराज सिंह चौहान ने मंच से एक और अधिकारी को किया सस्पेंड
- कुछ DSO क्या है? दिन पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक एसपी को किया था सस्पेंड
- शिवराज सिंह कई मौकों पर अधिकारियों को दे चुके हैं सख्त हिदायत
Shivraj Singh Chouhan News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह मंच से संबोधित करते हुए एक अधिकारी को सस्पेंड करने DSO क्या है? का फरमान जारी कर रहे हैं। राज्य के डिंडौरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर को फटकार लगाते हुए शिवराज ने मंच से ही जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी को इसलिए सस्पेंड कर दिया क्योंकि वहां उज्जवला योजना के तहत कार्ड बनाने में लापरवाही सामने आई थी।
मंच से किया सस्पेंड
दरअसल मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की कलेक्टर से जानकारी मांगी जो मंच पर मौजूद थे। इस दौरान कलेक्टर ने जैसे ही कहा कि हम उज्ज्वला कार्ड बनाने में आशानुरुप काम नहीं कर पाए तो मुख्यमंत्री भड़क गए उन्होंने कलेक्टर से एक के बाद एक कई सवाल दाग दिए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी (DSO) को बुलाने के लिए कहा। वहीं मौजूद डीएसओ पर जब मंच पर पहुंचे तो शिवराज सिंह ने पूछा कि कार्ड बनने में देरी क्यों हुई जिसका जवाब देते हुए डीएसओ ने कहा कि हर सप्ताह गैस एजेंसी वाले कैंप लगा रहे हैं। इस पर शिवराज ने सवाल दागा- 'कार्ड किसको बनाना है आपको या गैस एजेंसी वालो का, पहले यह क्लीयर करो कि आपका क्या काम है। 70 हजार में से 30 हजार कार्ड ही क्यों बने, आपको सस्पेंड कर रहे हैं हम.. चलो. '
पहले भी दिखा चुके हैं तेवर
यह पहली बार नहीं है जब शिवराज ने मंच से इस तरह अफसरों को वॉर्निंग दी है। छिंदवाड़ा में आयोजित एक शिविर में भी उन्होंने सख्त तेवर दिखाए थे। इस दौरान कलेक्टर के साथ-साथ SDM, तहसीलदार और CMHO सभी को मंच से चेताते हुए कहा था कि सरकारी योजना का लाभ हर आदमी तक पहुंचना चाहिए। कुछ दिन पहले ही उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी को तत्काल हटाने का निर्देश दे दिया जिसके बाद से मध्य प्रदेश पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। अरविंद तिवारी का छात्रों DSO क्या है? के साथ बदतमीजी करने का वीडियो वायरल हुआ था।
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साइबर क्रिमिनल ने देवघर DC के नाम से बनाया ई-मेल आईडी, DSO को खरीदारी के लिए किया मेल
देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री के नाम से साइबर क्रिमिनल ने फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर DSO को खरीदारी के लिए भेजा गया ई-मेल करने का मामला प्रकाश में आया है. मामला सामने आते ही जहां डीसी श्री भजंत्री ने इसे फर्जी मेल बताते हुए सतर्क रहने की अपील की, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
Jharkhand news: साइबर क्रिमिनल ने देवघर डीसी के नाम फर्जी ई-मेल भेजकर DSO से खरीदारी की मांग की. प्रभात खबर ग्राफिक्स.
Jharkhand News: साइबर क्रिमिनल्स ने IAS मंजूनाथ भजंत्री के नाम से E-mail ID बनाकर अधिकारियों को मैसेज भेजने का मामला प्रकाश में आया है. यह मामला तब प्रकाश में आया जब किसी ने मंजूनाथ भजंत्री IAS के नाम देवघर डीएसओ को मेल भेजा और अॉमेजन ई-उपहार खरीदने के लिए कहा. ई-मेल में कहा गया कि मैं चाहता हूं कि आप कृपया मेरी ओर से कुछ अमेजन ई-उपहार खरीदें. जिन्हें मुझे कहीं भेजने की आवश्यकता है. लेकिन, मैं बैठक में व्यस्त हूं और मैं उन्हें स्वयं प्राप्त नहीं कर पाया हूं. मुझे बताएं कि क्या आप अभी मेरे लिए ऐसा कर सकते हैं, ताकि मैं और विवरण दे सकूं. इसके एवज में बाद में आपको पैसे पे कर दूंगा. इस मामले में डीएसओ ने जवाब भी दे दिया 'येस सर'.
देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने किया सतर्क
मिली जानकारी के अनुसार, जब इस संदर्भ में डीएसओ की डीसी से बात हुई तब पता चला कि उन्होंने तो कोई ई-मेल डीएसओ को भेजा ही नहीं है. तब डीसी सतर्क हुए और उन्होंने इस तरह के फ्रॉड से लोगों को अवगत कराया. डीसी ने कहा कि डीसी देवघर, डीसी कार्यालय, मंजूनाथ भजंत्री, आइएएस मंजूनाथ भजंत्री जैसे अन्य नाम से किसी भी तरह का कोई मैसेज, ई-मेल, फ्रेंड रिक्वेस्ट आदि आने पर सावधान रहें और तुरंत इसकी DSO क्या है? सूचना साइबर थाना या निकटतम थाने को दें, ताकि साइबर सेल की ओर से त्वरित कार्रवाई की जा सके.
क्लोन बनाकर लोगों को दूसरों के नाम से फंसाते हैं ठग, रहें सावधान
डीसी ने कहा कि वर्तमान में साइबर अपराधियों ने ठगी का नया तरीका इजाद किया है. हर रोज किसी न किसी का फर्जी ई-मेल, फेसबुक, ट्विटर अकाउंट का क्लोन बनाकर या फेसबुक हैक कर रिश्तेदार और जान-पहचान वालों को मैसेंजर, ई-मेल के जरिए मैसेज भेजकर अपने खाते में ऑनलाइन रुपये मांगते हैं. ऐसे में यदि आपका कोई दोस्त फोन करने की बजाए सोशल मीडिया के माध्यम से रुपये मांगता है, तो समझ लिजिए उसका फर्जी अकाउंट बना लिया गया है. रुपये ट्रांसफर करने से पहले फोन पर उससे बात जरूर कर जांच लें. उन्होंने जिला प्रशासन की ओर से लोगों को जागरूक किया है और सभी को अलर्ट रहने को कहा है.