कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं

अदालत ने माना कि वादी को भी उचित समयसीमा का पालन करना चाहिए, भले ही कोई सख्त सीमा न हो।
NCDEX ने रिफाइंड कैस्टर ऑयल फ्यूचर्स लॉन्च किया
* रिफाइंड कैस्टर ऑयल 2 टन का नॉन-डिलीवरेबल फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट है
* रिफाइंड अरंडी का तेल पूर्व टैंक, कांडला मूल्य पर व्यापार करने के लिए
मुंबई, मार्च 21, 2022: भारत के प्रमुख कृषि कमोडिटी एक्सचेंज, नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) ने आज 21 मार्च, 2022 को रिफाइंड कैस्टर ऑयल पर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट में ट्रेडिंग शुरू की, शुरुआत में अप्रैल से जुलाई 2022 तक चार मासिक समाप्ति के साथ। एक्सचेंज का कैस्टर सीड में पहले से ही एक सफल अनुबंध है और रिफाइंड कैस्टर ऑयल के लॉन्च से एनसीडीईएक्स के फ्यूचर्स सेगमेंट में कैस्टर कॉम्प्लेक्स को बढ़ावा मिलेगा।
“मुझे यह एक और अद्वितीय कृषि-वस्तु वायदा अनुबंध शुरू करते हुए खुशी हो रही है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि अनुबंध जल्द ही एक वैश्विक बेंचमार्क बन जाएगा और देश को खुद को कैस्टर ऑयल और डेरिवेटिव के लिए एक प्रमुख मूल्य खोज केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा, ”एक्सचेंज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अरुण रस्ते ने कहा।
NCDEX ने जनवरी में कृषि जिंस वायदा-विकल्प कारोबार में अपनी लीडरशिप पोजीशन को रखा बरकरार
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: February 10, 2020 19:31 IST
NCDEX maintains leadership in agri derivatives in January
नई दिल्ली। कृषि जिंस डेरिवेटिव (वायदा एवं विकल्प) अनुबंधों के कारोबार में जनवरी माह में नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स), औसत दैनिक कारोबार तथा मासिक आधार पर सौदों के मूल्य, सौदों के अनुबंधों की संख्या के लिहाज से कुल 72 से 87 प्रतिशत हिस्से के साथ देश का अग्रणी बाजार बना रहा।
किसानों तक वायदा बाजार का फायदा पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है NCDEX, मिलकर कर रहा है APMC के साथ काम
एनसीडीईएक्स की शुक्रवार को जारी एक कारोबारी रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी 2020 के अंत में कृषि डेरिवेटिव संविदाओं में कुल संख्या, मूल्य के हिसाब से खुले सौदों तथा दैनिक औसत व्यापार के आकार (एडीटीवी) में उसकी बाजार हिस्सेदारी क्रमशः 87 प्रतिशत, 81 प्रतिशत तथा 72 प्रतिशत रही।
रिपोर्ट के मुताबिक एनसीडीएक्स में दैनिक औसत व्यापार 1,639 करोड़ रुपए का रहा। एक्सचेंज के अनुसार उसके यहां जनवरी माह में कुल 37,699 करोड़ रुपए मूल्य के अनुबंधों के सौदे हुए, जो इस दौरान सभी बाजारों के सौदों के मूल्य का 72 प्रतिशत रहा। इसी तरह कृषि जिंसों के वायदा बाजार में एनसीडीईएक्स में औसत खुली कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं स्थिति 4,203 करोड रुपए रही, जो कुल खुली स्थिति के औसतन 81 प्रतिशत के बराबर रही।
एनसीडीईएक्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष कपिल कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं देव ने बयान में कहा कि उनके यहां सोया तेल सबसे ज्यादा बेची खरीदी जाने वाली जिंस के रूप में उभरा है। इसमें वार्षिक आधार पर 127.20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और इसमें जनवरी में 11,048 करोड़ रुपए मूल्य के कुल सौदे हुए। जनवरी 2020 में एक्सचेंज द्वारा 42,453 टन जिंस की डिलिवरी कराई गई।
'अदालतें खेल का मैदान नहीं हैं और मुकदमेबाजी एक शगल नहीं है': बॉम्बे हाईकोर्ट ने व्यावसायिक विवाद में परेशान करने वाला आवेदन दायर करने पर 25 लाख रुपये का जुर्माना लगाया
बॉम्बे हाईकोर्ट ने हाल ही में एक वादी पर "खिजाऊ और शरारती" आवेदन दायर करने के लिए भारी जुर्माना लगाया। कोर्ट ने कहा कि कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं वाणिज्यिक न्यायालय अधिनियम प्रतिवादी विरोधी नहीं है और वाणिज्यिक विवादों के शीघ्र निस्तारण के लिए है।
जस्टिस गौतम पटेल ने वादी कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं ला फिन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को डिफेंडेंट मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड को दो सप्ताह के भीतर 25 लाख रुपये का भुगतान करने का निर्देश देते हुए कहा, "इस तरह के वादी समझेंगे कि अदालतें खेल का मैदान नहीं कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं हैं, और मुकदमेबाजी एक शगल नहीं है।"
यूपी स्टॉक एक्सचेंज निम्नलिखित में से किस शहर में स्थित है?
Key Points
- यूपी स्टॉक एक्सचेंज (UPSE) कानपुर में स्थित एक स्टॉक एक्सचेंज है।
- यह भारत के स्टॉक एक्सचेंजों में एक प्रमुख स्थान रखता था।
- एक्सचेंज को तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने 27 अगस्त 1982 को खोला था।
- इसका उत्तर भारत के पूंजी बाजार के विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। यह 350 सदस्यों के साथ शुरू हुआ और तब से बढ़कर 540 हो गया है।
- UPSE उत्तर प्रदेश का एकमात्र शेयर बाजार है, और इसकी सदस्यता राज्य की सीमाओं तक सीमित नहीं है। कानपुर के बाहर के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में इक्विटी विधि के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
भारतीय शेयर बाजार खुले रहते है,
आम तौर पर प्रमुख भारतीय स्टॉक मार्केट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) – सोमवार से लेकर शुक्रवार (Monday to Friday ) को चालू रहते है, (अगर कोई नेशनल छुट्टी या फिर NSE और BSE द्वारा पहले से DECLARED छुट्टी न हो)
जहा तक चालू होने के समय का सवाल है तो,
भारतीय शेयर बाजार NSE/BSE सोमवर से शुक्रवार (Monday to Friday) सुबह 9 बजकर 15 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 30 मिनट (9:15 AM TO 3:30 PM) तक चालू रहते है
जबकि कमोडिटी बाजार MCX और NCDEX सोमवर से शुक्रवार (Monday to Friday) सुबह 10 बजे से लेकर रात के 11 बजकर 30 मिनट (10:00 AMसे 11:30 PM) तक चालू रहते है
प्रमुख भारतीय सिक्योरिटीज बाजार कौन से है –
Indian Stock market timing को समझने से पहले हमें ये समझना जरुरी है कि भारतीय SE बाजार में अलग अलग सिक्योरिटीज सेगमेंट में सबसे प्रमुख बाजार यानी एक्सचेंज कौन कौन से है, तो इसका जवाब है,
लिस्टेड कंपनी के शेयर (Equity/Share/stcok) की खरीद और विक्री के लिए दो प्रमुख और सबसे बड़े बाजार (Market/Exchange) है –
- NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange ) जिसे शोर्ट में NSE कहा जाता है,
आप इसकी टाइमिंग के बारे में ऑफिसियल रूप से इसकी वेबसाइट पर पढ़ सकते है – कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं Link
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जिसे शोर्ट में BSE कहा जाता है, आप इसकी टाइमिंग के बारे में ऑफिसियल रूप से इसकी वेबसाइट पर पढ़ सकते है – Link
प्रमुख सिक्योरिटीज बाजार NSE/BSE में छुट्टियो के कमोडिटी एक्सचेंजों की सीमाएं प्रकार
ध्यान दीजिए कि Indian Stock Market Timing सिक्योरिटीज बाजार में दो तरह की छुट्टिया होती है – स्टॉक मार्केट NSE और BSE
पहला – कम्पलीट छुट्टी (ट्रेडिंग और क्लीयरिंग दोनों बंद रहते है )
दूसरा – ट्रेडिग चालू रहते है लेकिन सेटलमेंट बंद रहते है,
अगर Indian Stock Market Timing के बारे में आपके और सवाल हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते है,