शेयर मार्केट पर पुस्तकें

शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है

शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है
निवेशकों को लगा कि अब यह शेयर फिर से 200 जाएगा। लेकिन जिन लोगों ने शेयर को 5 से 89 तक पहुंचाया, शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है वे तुरंत बेचकर निकल गए। शेयर फिर से आज उसी स्तर पर आ गया है।

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Share Market Next Week: अक्टूबर में शेयर बाजार में रहेगी तेजी, 1000 से 1200 अंकों का आ सकता है उछाल!

By: ABP Live | Updated at : 01 Oct 2022 07:23 AM (IST)

शेयर बजार ( Image Source : Getty )

Share Market Next Week: शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है गुरुवार को निफ्टी एक्सपायरी हुई और उसके बाद बाजार के हालात बदल गए हैं. आरबीआई के 50 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट बढ़ाने के बावजूद सेंसेक्स में 1,000 अंकों की तेजी आ गई. मैंने लोगों को हवा के रूख के साथ चलते देखा है. 17,000 शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है निफ्टी के लेवल पर वे 16,200 फिर 15,000 की बात कर रहे थे. सीएनआई की टीम के अलावा कोई इसे देख नहीं पाया. हमने लोगों को खरीदने की सलाह दी. 15,000 के लेवल हमने 18,000 का टारगेट दिया. और ऐसा ही हुआ. 2022 में हमने ऑलटाइम हाई की भविष्यवाणी की है और वहां जाने से हमें कोई रोक नहीं सकता.

अमेरिका, यूके और पूरी दुनिया संघर्ष कर रही है लेकिन हम क्यों इतने आत्मविश्वास से भरे हैं. जीडीपी ग्रोथ रेट फ्लैट रहेगा लेकिन कोई मंदी नहीं है. अगले कुछ तिमाही तक हालात ऐसे ही बने रहेंगे. 7 फीसदी ग्रोथ रेट हम जरूर हासिल करेंगे. टैक्स रेवेन्यू बढ़ता जा रहा है, मानसून बेहतर रहा है और आधारभूत ढांचे के विस्तार पर जोर है. घरेलू खपत बढ़ा है साथ ही प्रति व्यक्ति आय में भी बढ़ोतरी आ शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है रही है.

पर्सनल फाइनेंस: आप शेयर बाजार में रिटेल और नए निवेशक हैं तो आपको यस बैंक जैसे स्टॉक को जरूर समझना चाहिए, जानिए आपका पैसा कैसे खत्म हुआ

यस बैंक के हाल में आए एफपीओ में भी निवेशकों की दिलचस्पी नहीं रही। यह एफपीओ महज 95प्रतिशत ही भर पाया था - Dainik Bhaskar

आप अगर बाजार में रिटेल निवेशक हैं। आपने हाल में या पहले से भी निवेश किया है तो आपको यस बैंक जैसे शेयरों को जरूर जानना चाहिए। एक ऐसा बैंक जो देश में निजी क्षेत्र में चौथा बड़ा बैंक था। कभी 400 रुपए इसका शेयर हुआ करता था। लेकिन महज एक दो साल में इस शेयर ने निवेशकों की सारी कमाई गंवा दी। बीच-बीच में मौका मिला तो निवेशकों की लालच बढ़ी और इसी लालच में जो भी मिला वो भी गंवा दिए।

किसी शेयर में कैसे नफा और नुकसान का आंकलन करें?

होम लोन के साथ-साथ टर्म प्लान लेना क्यों शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है होता है जरूरी, जानिए इसके फायदे

जिंदगी में एक घर की ख्वाहिश हर किसी की होती है. शुक्रिया कहिए उस बैंकिंग व्यवस्था का जिससे किसी को भी घर खरीदने के लिए होम लोन आसानी से मुहैया हो जाता है, लेकिन फिर भी, घर खरीदना जिंदगी का एक बेहद मुश्किल और बड़ा फैसला होता है, खासतौर पर एक रेगुलर नौकरीपेशा शख्स के लिए, क्योंकि वो अपनी जिंदगी के कई सालों तक सिर्फ डाउन पेमेंट के लिए पाई-पाई जोड़ता है, तब जाकर होम लोन लेता है.

लेकिन अक्सर लोग घर खरीदने की खुशी में कुछ शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है अनचाहे खतरों को नजरअंदाज कर देते हैं. उन्हीं खतरों से बचाता है शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है टर्म इंश्योरेंस. अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं या ले चुके हैं तो लगे हाथों टर्म प्लान भी ले डालिए. अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि होम लोन और टर्म पॉलिसी के बीच क्या रिश्ता है, तो चलिए समझ लीजिए.

क्या होगा परिवार का, जब आप न होंगे पास

हम सभी को मालूम है कि होम लोन के साथ एक चीज जुड़ी होती है शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है वो है हर महीने की EMI, जबतक नौकरी चलती है कोई दिक्कत नहीं, कोई भी इसको चुकाता रह सकता है. मुश्किल तब आती है, जब अचानक से कोई ऐसा हादसा हो जाए कि होम लोन शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है लेने वाला शख्स ही इस दुनिया में न रहे. सुनने में थोड़ा कठोर जरूर लग सकता है, लेकिन ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है, ऐसा आपके साथ भी हो सकता है.

आपके नहीं रहने पर होम लोन चुकाने की जिम्मेदारी आपके परिवार पर आ जाएगी. अगर घर में आपके अलावा कोई दूसरा वर्किंग मेंबर नहीं है, तो मुश्किलें और बढ़ सकती है, क्योंकि लोन की EMI तो हर महीने जानी है, लेकिन उसे चुकाने के लिए आप मौजूद नहीं होंगे. ऐसे में आपका परिवार एक गंभीर वित्तीय संकट से घिर सकता है.

टर्म पॉलिसी क्यों है बाकियों से बेहतर

दूसरी ओर बैंक को हर महीने EMI चाहिए, लोन डिफॉल्ट होने पर बैंक घर को जब्त कर सकता है और आपका परिवार बेघर हो सकता है. ऐसे मुश्किल समय में परिवार को कोई सहारा दे सकता है, तो वो है टर्म इंश्योरेंस. यही वो लम्हा होता है जब टर्म इंश्योरेंस की असल जरूरत महसूस होती है. टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार को तब वित्तीय सुरक्षा देता है, जब आप आस-पास नहीं होते हैं.

हालांकि, आप अपने होम लोन को दूसरे प्रोडक्ट्स से भी सिक्योर कर सकते हैं, जो खास इसी के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन टर्म पॉलिसी इनसे कुछ मामलों में ज्यादा बेहतर साबित होता है.

1- टर्म प्लान एक प्योर प्रोटेक्शन प्लान है, इसलिए इस पर कोई मैच्योरिटी बेनेफिट वगैरह नहीं मिलता है, यही वजह है कि टर्म प्लान सबसे सस्ता लाइफ इंश्योरेंस प्रोडक्ट है. आप ये समझ लीजिए कि 1.5 करोड़ से 2 करोड़ रुपये तक का टर्म इंश्योरेंस 10-12 हजार रुपया सालाना प्रीमियम पर पा सकते हैं.

PM मोदी की रावण से तुलना करने पर बोले मल्लिकार्जुन खरगे- बीजेपी मेरी टिप्पणी का दुरुपयोग कर रही

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ‘रावण' वाली अपनी टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना का सामना कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि गुजरात में सत्तारूढ़ पार्टी शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है चुनावी लाभ के लिए उनकी टिप्पणी का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि राजनीति व्यक्तियों के बारे में नहीं, बल्कि नीतियों के बारे में होती है। इस मुद्दे पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में, खरगे ने कहा कि वह ‘‘प्रदर्शन की राजनीति'' में विश्वास करते हैं, लेकिन भाजपा की राजनीति की शैली में अकसर लोकतंत्र की भावना का शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है अभाव होता है क्योंकि ‘‘वे इसे केवल एक व्यक्ति के बारे में बनाते हैं, जो हर जगह है।

डस्ट फ़िल्ट्रेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर बनी पहली कार

दुनिया भर में इस समय सबसे ज़्यादा चिंता पर्यावरण को लेकर है. सड़कों पर चलने वाली मोटर कारों से बहुत प्रदूषण होता है. इसलिए लखनऊ के चार छात्रों ने पहली बार ऐसी गाड़ियों का मॉडल तैयार किया है जिनसे बिल्कुल प्रदूषण नहीं होगा. पहली बार DFS यानी डस्ट फिल्ट्रेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर कार बनायी गयी है.

एंटी कोरोना ड्रोन बनाने वाले विख्यात रोबोटिक साइंटिस्ट मिलिंद राज की देखरेख में तीन गाड़ियों को तैयार किया गया है. जल्दी ही इनको पेटेंट कराने की तैयारी है.

डस्ट फ़िल्ट्रेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर बनी पहली कार
लखनऊ के 9 से 12 साल तक के चार बच्चों ने डस्ट फ़िल्ट्रेशन सिस्टम का प्रयोग कर गाड़ियां तैयार की हैं. अलग-अलग डिज़ाइन की तीन कारों को इन बच्चों ने मिल कर तैयार किया है. ये गाड़ियां 5-जी-रेडी हैं और पर्यावरण को प्रदूषित भी नहीं करती हैं. चार छात्रों ने विख्यात रोबोटिक साइंटिस्ट मिलिंद राज के साथ इन गाड़ियों के प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया था.

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