ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai

इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.
डीमैट अकाउंट क्या है – What is demat account
आपने यदि शेयर मार्केट के बारे में कहीं पर सुना है या आप शेयर मार्केट के बारे में जानते हो तो आपने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जरूर सुना होगा और कई सारे लोगों के मुंह से यह कहते हुए भी सुना होगा कि शेयर मार्केट में share को खरीदने और बेचने के लिए एक डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है तो चलिए जानते हैं कि डीमैट अकाउंट क्या है डीमैट अकाउंट को कैसे खोला जाता है इसको खोलते समय आपको कितनी फीस देने की आवश्यकता पड़ती है इसके लिए कौन से डॉक्यूमेंट आवश्यक है तो चलिए डीमेट अकाउंट क्या है के साथ इसके अन्य विषयों के ऊपर भी मैं आपको विस्तार से बताता हूं
जब बात शेयर मार्केट में निवेश करने ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai की आती है तो इसके लिए सबसे पहले डीमैट खाते की आवश्यकता होती है जिस तरह से बच्चों को स्कूल भेजने से पहले उनका उस स्कूल में एडमिशन कराना होता है तभी जाकर वह स्कूल में जा सकते हैं वैसे ही शेयर मार्केट में भी निवेश करते समय आपको पहले एक डीमैट खाता खोलना होता है।
डीमेट अकाउंट कहां पर खोलें – Where to open demat account
दोस्तों डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको बाजार में कई सारे ब्रोकर मिल जाएंगे जिनके माध्यम से आप भी मेट खाता खोल सकते हो लेकिन मैं आपको भारत के कुछ प्रमुख ब्रोकर के बारे में बताता हूं जिनके माध्यम से आप एक डीमैट खाते के साथ अच्छी सर्विस भी प्रदान कर सकते हैं
यह देश का एकमात्र ऐसा ब्रोकर है जिसके पास 7 मिलियन से भी ज्यादा डीमैट खाते खुले गए हैं यह ब्रोकर पिछले 10 सालों से अपनी सर्विस दे रहा है कई सारे बड़े बड़े निवेशकों का भी जरोदा के ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai अंदर डीमैट खाता है इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह इसका इंटरफेस है जो कि बहुत ही सिंपल और सरल है यहां पर कोई भी व्यक्ति आसानी से किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकता है
एंजेल ब्रोकिंग – Angel One
इस ब्रोकर का भी देश के सबसे बड़े ब्रोकर के अंदर इसका नाम आता है एंजेल ब्रोकिंग ने अपना नाम बदलकर एंजेल वन रख लिया है यहां पर जब आप डीमैट खाता खोलते हो तो आपको शेयर मार्केट सीखने के लिए फ्री में लर्निंग वीडियो प्रोवाइड कराई जाती है यहां से भी आप किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं
इस ब्रोकर के पास भी देश में कई सारे लोगों के डीमैट खाता खोले गए हैं अप स्टॉक के ऊपर ज्यादातर लोग काफी ज्यादा विश्वास करते हैं इसके पीछे की असली वजह यह है कि अप स्टॉक के चेयरमैन रतन टाटा है अप स्टॉक पर भी आप किसी भी कंपनी ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं
देश में लोगों के द्वारा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ऊपर दिए गए तीन ब्रोकर ही है लेकिन इनके अलावा भी देश में कई सारे ब्रोकर आपको देखने को मिलते हैं जैसे कि Fyres, Alice Blue, sharekhan और इनके अलावा जितनी भी बैंक के होती है उन सभी कि आपको ब्रोकिंग सेवा भी मिल जाती है तो यदि आप चाहो तो बैंकों में जाकर भी अपना एक डीमैट खाता खुलवा सकते हो
डीमैट अकाउंट का इतिहास – History of Demat Account
शेयर मार्केट में 2010 से पहले डीमैट खाता खोलने के लिए काफी ज्यादा टाइम और फॉर्म का इस्तेमाल होता था लेकिन 2010 के बाद जरोदा आया और यहां पर यह सारा कार्य ऑनलाइन ही होने लग गया इससे पहले जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी के शेयर खरीदता था तो जब वह शेयर खरीदता तो कंपनी उसको उसके खरीदे गए शेयरों का वेरीफिकेशन एक कागज पर करके भेजती थी और जब इन्हीं शेयर को वापस बेचना होता था तो उस व्यक्ति को पहले एक फॉर्म भर के उस कंपनी के पास भेजना होता था तब जाकर वे शेयर बिकते थे जो कि एक बहुत ही टाइम कंज्यूम करने वाली प्रोसेस है इसके अंदर लोगों शेर खरीदने और बेचने मैं महीनों का समय लग जाता था डीमैट अकाउंट को डीमेट एलाइंस कहां जाता है
डीमेट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास कुछ इंपॉर्टेंट डॉक्यूमेंट का होना बहुत ही आवश्यक है इनमें से सबसे महत्वपूर्ण पैन कार्ड और आपका बैंक खाता होता है इसके साथ ही आपको आधार कार्ड और अपनी फोटो का भी इस्तेमाल करना पड़ता ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai है
Demat vs Trading Account: डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?
शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?
शेयर मार्केट में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट दोनों का होना जरूरी
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बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले?
- प्रमुख ब्रोकरेज कंपनियां (ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai brokerage firms) ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की सुविधा देती हैं।
- 18 साल से ज्यादा उम्र का कोई व्यक्ति ब्रोकरेज फर्म में डीमैंट (demat) और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकता है।
- ब्रोकरेज फर्म की वेबसाइट (website) के माध्यम से आपको जरूरी डॉक्युमेंट अपलोड करने होंगे।
भरना होगा डिजिटल फॉर्म
ब्रोकरेज कंपनियां डीमैट और ट्रेडिंग ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai अकाउंट की सुविधा देती हैं। करीब सभी प्रमुख ब्रोकरेज फर्में ग्राहकों को ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की फैसिलिटी देती हैं। आपको ब्रोकरेज फर्म की वेबसाइट पर जाना होगा। वहां अकाउंट ओपनिंग फॉर्म में आपको अपना नाम, पता, पैन और बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी। आप को उस बैंक अकाउंट की जानकारी देनी होगी, जिसे आप डीमैंट और ट्रेडिंग अकाउंट से लिंक करना चाहते हैं। इसके बाद आपको अपनी जरूरत के मुताबिक ब्रोकरेज फर्म का कोई प्लान सेलेक्ट करना होगा।
शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्स भरनी होंगी जिन्हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ ही सबसे उपयुक्त ब्रोकरेज प्लान को सेलेक्ट करने की जरूरत होती है.
डॉक्यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्ड चेक जैसे डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्वीर के साथ स्कैन किए हुए सिग्नेचर की भी जरूरत हो सकती है.ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai
इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्क्रीन पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.
आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? कैसे करें ऑनलाइन ट्रेडिंग
What is trading account in hindi
- ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
- Trading Account ऐसे करता है काम
- ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है: शेयर बाजार में निवेश करने या फिर ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से यही शेयर को खरीदा और बेचा जाता है। इसमें ट्रेडर अपने Buy या Sell करने के आर्डर को ब्रोकर को कॉल करके बता देता है। या फिर ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से खुद ही अपना आर्डर करता है।
ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद आसान प्रक्रिया है। इसके लिए ब्रोकर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है। –
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नॉमिनी की फोटो
- एड्रेस प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी,
- कैंसिल चेक और लेटेस्ट बैंक स्टेटमेंट
- डीमैट अकाउंट की डिटेल
Trading Account ऐसे करता है काम –
ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai सबसे पहले निवेशक इसी ट्रेडिंग एकाउंट में पैसा जमा करता है उसके बाद जिस शेयर को खरीदना या बेचना है उसके दाम को चेक करता है और आर्डर करता है। यह आर्डर स्टॉक एक्सचेंज के पास जाता है। इस ऑर्डर को काउंटर ऑर्डर मिल जाने के बाद यह एग्जीक्यूट (Execute) हो जाता है। इस दौरान पैसे पर लगने वाले टैक्स या फिर चार्ज ट्रेडिंग अकाउंट से ही काटे जाते हैं। इसके बाद शेयर 2 दिन में डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं। लेकिन यदि शेयर को बेचने का ऑर्डर किया गया रहता है तो शेयर का पैसा टैक्स और ब्रोकरेज कट होने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाता है।
ट्रेडिंग अकाउंट होने से ऑनलाइन चैटिंग की सुविधा आसान हो जाती है शेयर को खरीद कर पैसे कटाना और बेचने पर पैसे जमा होना, यह सारी प्रक्रिया अपने आप ऑटोमेटिक होती है। इसके लिए किसी लिखित पेपर या कॉल की जरूरत नहीं पड़ती है। ऑर्डर बहुत जल्दी ही पूरा हो जाता है। मोबाइल के द्वारा भी किसी भी जगह से शेयर को खरीदा और बेचा जा सकता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले एक ट्रेडिंग का चयन करना होगा। जिसके साथ अपना ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट ओपन करना होता है। शेयर मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है। इसके इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विप ट्रेडिंग, पोजीशनल ट्रेडिंग आदि है। इनमें से किसी भी ट्रेडिंग का चुनाव करके ट्रेडिंग की जा सकती है।
ट्रेडिंग स्टाइल के चयन के बाद ट्रेडिंग ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai प्लस और मनी मैनेजमेंट की बारी आती है। इसमें ट्रेडिंग प्लस में कौन सा शेयर खरीदना है और कब खरीदना है जैसी बातें शामिल होती है।
वही मनी मैनेजमेंट में कितने रुपए का निवेश करना है टारगेट क्या होगा?, ऐसी बातों का ध्यान दिया जाता है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग को दो भागों में बांटते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग और डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को एक ही दिन में खरीद कर उसे बेचना होता है। इसमें शेयर को वास्तविकता में नहीं खरीदा जाता बल्कि ब्रोकर को कुछ मार्जिन देखा शेयर के भाव में उतार-चढ़ाव जब आता है तो उसका फायदा उठाया जाता है। डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में शेयर को वास्तव में खरीदा जाता है और जितने भी शेयर लिए जाते है, उनका पूरा पैसा चुकाना होता है। डिलीवरी बेस्ट ट्रेडिंग में आप शेयर को जब तक चाहे अपने पास रख सकते हैं।