क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

बचत योजनाएं

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20 राष्ट्रीय बचत योजना या एक वार्षिकी योजना के भुगतान के तहत जमा के संबंध में [कटौती.

80CCA. (1) कहाँ एक निर्धारिती, किया जा रहा है,

(एक) एक व्यक्ति, या

(ख) एक हिंदू अविभाजित परिवार, या

(ग) व्यक्तियों की एक संस्था या किसी भी मामले में, मिलकर व्यक्तियों की एक संस्था, केवल गोवा और दादरा और नगर ​​हवेली तथा दमन का केंद्र शासित प्रदेशों की राज्य में बल में संपत्ति के समुदाय की प्रणाली द्वारा संचालित पति और पत्नी की और , दीव

पिछले में है साल

(मैं), शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, (राष्ट्रीय बचत योजना के रूप में भेजा इस खंड में इसके बाद) इस संबंध में निर्दिष्ट कर सकता है जो केन्द्रीय सरकार ऐसी योजना के अनुसार किसी भी राशि जमा; या

(II), सरकारी राजपत्र में अधिसूचना द्वारा विनिर्दिष्ट केन्द्रीय सरकार के रूप में जीवन बीमा निगम की ऐसी वार्षिकी योजना के लिए एक अनुबंध लागू करने के लिए या बल में रखने के लिए किसी भी राशि का भुगतान

टैक्स के लिए अपनी आय प्रभार्य से बाहर है, वह करने के लिए, और इस विषय के अनुसार, इस धारा के प्रावधानों, (ब्याज या बोनस को छोड़कर जमा या भुगतान की गई राशि का पूरी की उसकी कुल आय की गणना में कटौती की अनुमति दी जाएगी पिछले साल में बीस हजार रुपए की राशि से अधिक नहीं है के रूप में निर्धारिती का खाता यदि कोई हो) के लिए श्रेय दिया उपार्जित:

"तीस हजार रुपए" प्रतिस्थापित किया गया था शब्द "बीस हजार रुपए," शब्दों के लिए अगर के रूप में अप्रैल, 1989 और बाद के मूल्यांकन वर्षों के 1 दिन शुरू निर्धारण वर्ष के संबंध में, इस उपधारा के प्रभावी होंगे बशर्ते कि .

(2) जहां किसी भी राशि

(एक), एक कटौती (1) एक साथ किसी भी पिछले साल में पूरे या भाग में वापस ले लिया है इस तरह की राशि पर अर्जित ब्याज के साथ उप - धारा के तहत अनुमति दी गई है जिनके संबंध में राष्ट्रीय बचत योजना के तहत निर्धारिती के ऋण के लिए खड़े या

(ख), किसी भी पिछले वर्ष में जीवन बीमा निगम की वार्षिकी योजना के अनुसार पॉलिसी या वार्षिकी या बोनस के रूप में के आत्मसमर्पण के कारण प्राप्त होता है

राशि के पूरे के बराबर राशि (क) खंड में निर्दिष्ट या खंड (ख) जैसा भी मामला हो इस तरह की वापसी, या बनाया है, जिसमें कि पिछले वर्ष की निर्धारिती की आय, राशि होने के लिए समझा जाएगा प्राप्त होता है, और, तदनुसार, कि पिछले वर्ष की आय बचत योजनाएं के रूप में कर के दायरे में होगी.

स्पष्टीकरण मैं के लिए शंकाओं को दूर करने, यह एतद्द्वारा राष्ट्रीय बचत योजना के तहत बनाई गई जमा राशि पर ब्याज ढंग से सिवाय और उपधारा में निर्दिष्ट सीमा तक कर के दायरे में नहीं होगा कि घोषित किया जाता है (2).

स्पष्टीकरण द्वितीय. के लिए इस खंड के प्रयोजन, "जीवन बीमा निगम 'उप - धारा (8) धारा 80 सी (क) खंड के रूप में एक ही अर्थ होगा.]

प्र.20. वित्त अधिनियम, 1988 से प्रभावी द्वारा प्रतिस्थापित 1988/01/04. पहले अपने प्रतिस्थापन के लिए, अनुभाग 80CCA, 1988/01/04 से प्रभावी वित्त अधिनियम, 1987, द्वारा सम्मिलित रूप में नीचे के रूप में पढ़ें:

. राष्ट्रीय बचत योजना के तहत जमा के संबंध में "80CCA कटौती -. (1) कहाँ एक निर्धारिती, किया जा रहा है,

(एक) एक व्यक्ति, या

(ख) एक हिंदू अविभाजित परिवार, या

(ग) व्यक्तियों की एक संस्था या केवल पति और दादरा और नगर ​​हवेली और गोवा, दमन और दीव के संघ राज्य क्षेत्रों में बल में संपत्ति के समुदाय की प्रणाली द्वारा संचालित पत्नी का, या तो मामले में, मिलकर व्यक्तियों की एक संस्था.

पिछले वर्ष में सरकारी राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, (राष्ट्रीय बचत योजना के रूप में भेजा इस खंड में इसके बाद) इस संबंध में निर्दिष्ट कर सकता है जो केन्द्रीय सरकार ऐसी योजना के अनुसार किसी भी राशि पर कर लगाने उसकी आय प्रभार्य के बाहर जमा हो गया है , वह करने के लिए, और इस विषय के अनुसार, इस धारा के प्रावधानों, अर्जित ब्याज को छोड़कर जमा (का इतना के पचास प्रतिशत के बराबर राशि के बारे में उनकी कुल आय की गणना में कटौती की अनुमति दी जाए और करने के लिए श्रेय दिया जाएगा निर्धारिती का खाता) के रूप में पिछले साल में बीस हजार रुपए की राशि से अधिक नहीं है.

(2) जहां एक कटौती (1) एक साथ में पूरे या हिस्से में वापस ले लिया है इस तरह की राशि पर अर्जित ब्याज के साथ उप - धारा के तहत अनुमति दी गई है जिनके संबंध में राष्ट्रीय बचत योजना के तहत निर्धारिती के ऋण के लिए खड़े किसी भी राशि किसी भी पिछले साल, तो निकाली गई राशि का पचास फीसदी के बराबर रकम इस तरह की वापसी से बना है और, तदनुसार, इस बात का आय के रूप में कर के दायरे में होगी, जिसमें कि पिछले वर्ष की निर्धारिती की आय होना समझा जाएगा पिछले वर्ष.

स्पष्टीकरण: शंकाओं को दूर करने के लिए यह एतद्द्वारा राष्ट्रीय बचत योजना के तहत बनाई गई जमा राशि पर ब्याज ढंग से और उपधारा में निर्दिष्ट सीमा तक छोड़कर कर के दायरे में नहीं होगा कि घोषित किया जाता है (2) ".

Post Office Scheme: इस योजना में 100 से शुरू करें निवेश, मैच्‍योरिटी पर मिलेंगे 16 लाख

Post Offfice Recurring Deposit-RD : भारतीय पोस्ट ऑफिस कई तरह की बचत स्कीम चलाती है। करोड़ों लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में निवेश कर बढ़िया रिटर्न पा रहे हैं। पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना में 100 रुपये से ही शुरू कर सकते हैं। निवेश मैच्‍योरिटी पर आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा।

Post Offfice Recurring Deposit-RD

Post Offfice Recurring Deposit-RD : भविष्‍य की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी को बचत करनी चाहिए। वैसे पैसा निवेश करने के कई विकल्‍प हैं। बहुत से लोग स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड तो कोई बचत योजनाएं बचत योजनाएं क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश करते हैं। इन सब में काफी जोखिम होता है। पोस्ट ऑफिस में निवेश के लिए कई बचत योजनाएं शामिल हैं जो उच्च ब्याज़ दर के साथ टैक्स में भी छूट मिलती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत सरकार द्वारा गारंटी प्राप्त है। आज आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी योजना के बारे में बता रहे है जिसमें छोटे निवेश से मोटा मुनाफा कमा सकते है। अच्छे रिटर्न के लिए पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना (Post Offfice Recurring Deposit-RD) निवेश करना चाहिए। आइए जानते इस योजना के बारे में।

सबसे सुरक्षित निवेश
पोस्ट ऑफिस में निवेश करने से हमारा पैसा सुरक्षित तो रहता ही है इसके साथ हमें अच्छा रिटर्न भी मिलता है। पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना निवेश में कभी भी पैसा नहीं डूबता है। क्योंकि यह योजना सरकारी की देखरेख में चल संचालित होती है। आरडी खाते में कुछ पैसे जमा करके भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है। आरडी खाता महज 100 रुपये की जमा राशि के साथ शुरू कर सकते है। रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम पर अभी 5.8 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है।

जमा की अधिकतम सीमा नहीं
पोस्ट ऑफिस की इस योजना में पैसे जमा करवाने की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है। रेकरिंग डिपोजिट एक साल, दो साल या तीन साल के लिए अपनी सुविधा के अनुसार किया जा सकता है। सबसे खास बात इस आरडी में जमा पैसों पर ब्याज तिमाही दिया जाता है। हर तिमाही के आखिर में आपके अकाउंट में जोड़ कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ दिया जाता है।

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कौन खुलवा सकता है खाता
पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना में 18 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति खाता खुलवा सकता है। इसमें आप ज्वाइंट अकाउंट भी ओपन कर सकते है। अभिभावक की तरफ से नाबालिग का खाता भी खुलवाया जा सकता है। इसके लिए 10 साल से बड़े नाबालिग के नाम से भी खाता खुलवाया जा सकता है।

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मैच्योरिटी पर मिलेंगे इतने लाख
इस योजना से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है। यदि आप हर महीने पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं इस योजना में 10 हजार रुपए 10 साल तक निवेश करते हैं। तो आपको 10 साल बाद 5.8 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। मैच्‍योरिटी पर 16 लाख रुपये से भी ज्यादा मिलेंगे। अगर आप हर महीने 10,000 रुपये जमा करते है तो 5.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलने पर 10 साल की मैच्योरिटी पर 16,28,963 रुपये मिलेंगे।

छोटी बचत योजनाएं

यकीनन इस समय देश में छोटी बचत करने वाले करोड़ों लोग छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली कम ब्याज दर के कारण बढ़ती महंगाई की चुनौती का सामना कर रहे हैं। यह उम्मीद की जा रही थी कि जिस तरह पिछले दो-तीन महीनों में स्थायी जमा (एफडी) के साथ-साथ अन्य ब्याज दरों में वृद्धि हो चुकी है, उसी तरह जुलाई से सितंबर 2022 के लिए छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। जब तक महंगाई का दौर बना रहे, तब तक छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में कुछ वृद्धि कर दी जाए, तो एक बड़े वर्ग को राहत मिल सकती है।

गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और वस्तुओं की आपूर्ति बाधित होने से कीमतों में तेज वृद्धि से पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी महंगाई तेजी से बढ़ रही है। मई, 2022 में थोक महंगाई दर 15.88 फीसदी और खुदरा महंगाई दर 7.04 फीसदी के चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई। ऐसे में रिजर्व बैंक महंगाई को नियंत्रित करने के लिए अब तक 0.90 फीसदी रेपो दर बढ़ा चुका है, बैंक एफडी पर 0.50 फीसदी से अधिक ब्याज दर बढ़ा चुके हैं, बॉन्ड पर यील्ड भी बढ़ता जा रहा है, ऋण महंगे हो रहे हैं, ऋण पर ज्यादा किस्त और ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ रहा है और कर्ज के भुगतान की किस्त चूक में भी बढ़ोतरी हो रही है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दो वर्षों से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यदि हम छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली मौजूदा ब्याज दरों बचत योजनाएं को देखें, तो पाते हैं कि इस समय बचत खाता पर चार फीसदी, एक से तीन साल की एफडी पर 5.5 फीसदी, पांच साल की एफडी पर 6.7 फीसदी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर 7.4 फीसदी, एमआईएस पर 6.6 फीसदी, एनएससी पर 6.8 फीसदी, पीपीएफ पर 7.1 फीसदी, किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी, सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 फीसदी ब्याज दर देय है। यह भी उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2021-22 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) पर 8.1 फीसदी ब्याज दर की अनुमति दी है। यह चार दशक से अधिक समय में सबसे कम ब्याज दर है। इसका करीब पांच करोड़ ईपीएफ सदस्यों पर असर पड़ा है।

निस्संदेह पिछले दो वर्षों में कोविड-19 की आर्थिक चुनौतियों से लेकर अब तक देश में आम आदमी, नौकरीपेशा वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के सामने एक बड़ी चिंता उनकी छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर कम रहने की है। अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा और जीवन स्तर हेतु लिए गए सबसे जरूरी हाउसिंग लोन, ऑटो लोन, कन्ज्यूमर लोन आदि को चुकाने के लिए अधिक ब्याज व किस्तों की राशि में वृद्धि से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

वस्तुत: देश में बचत की प्रवृत्ति के लाभ न केवल कम आय वर्ग के परिवारों के लिए हैं, वरन पूरे समाज व अर्थव्यवस्था के लिए भी हैं। अब भी देश में बड़ी संख्या में लोगों को सामाजिक सुरक्षा (सोशल प्रोटेक्शन) की छतरी उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों पर देश के उन तमाम छोटे निवेशकों का दूरगामी आर्थिक प्रबंधन निर्भर होता हैं, जो अपनी छोटी बचतों के जरिये जिंदगी के कई महत्वपूर्ण काम निपटाने की व्यवस्था सोचे हुए हैं। मसलन, बिटिया की शादी, सामाजिक रीति-रिवाजों की पूर्ति, बच्चों की पढ़ाई और सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन। छोटी बचत योजनाएं रिटायर हो चुके और जमा पर मिलने वाले ब्याज पर निर्भर बुजुर्ग पीढ़ी का सहारा बनती हैं।करीब 14 वर्ष पूर्व 2008 की वैश्विक मंदी का भारत पर कम असर होने का एक प्रमुख कारण भारतीयों की संतोषप्रद घरेलू बचत की स्थिति को माना गया था। फिर 2020 में महाआपदा कोविड-19 से जंग में भारत के लोगों की घरेलू बचत विश्वसनीय हथियार के रूप में दिखाई दी। नेशनल सेविंग्स इंस्टीट्यूट (एनएसआई) द्वारा भारत में निवेश की प्रवृत्ति से संबंधित रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां देश के लोगों के लिए छोटी बचत योजनाएं लाभप्रद हैं, वहीं इनका बड़ा निवेश अर्थव्यवस्था के लिए भी लाभप्रद है। क्या सरकार इस पर गौर करेगी?

Post Office Scheme: इस योजना में 100 से शुरू करें निवेश, मैच्‍योरिटी पर मिलेंगे 16 लाख

Post Offfice Recurring Deposit-RD : भारतीय पोस्ट ऑफिस कई तरह की बचत स्कीम चलाती है। करोड़ों लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में निवेश कर बढ़िया रिटर्न पा रहे हैं। पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना में 100 रुपये से ही शुरू कर सकते हैं। निवेश मैच्‍योरिटी पर आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा।

Post Offfice Recurring Deposit-RD

Post Offfice Recurring Deposit-RD : भविष्‍य की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी को बचत करनी चाहिए। वैसे पैसा निवेश करने के कई विकल्‍प हैं। बहुत से लोग स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड तो कोई क्रिप्‍टोकरेंसी में निवेश करते हैं। इन सब में काफी जोखिम होता है। पोस्ट ऑफिस में निवेश के लिए कई बचत योजनाएं शामिल हैं जो उच्च ब्याज़ दर के साथ टैक्स में भी छूट मिलती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत सरकार द्वारा गारंटी प्राप्त है। आज आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी योजना के बारे में बता रहे है जिसमें छोटे निवेश से मोटा मुनाफा कमा सकते है। अच्छे रिटर्न के लिए पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना (Post Offfice Recurring Deposit-RD) निवेश करना चाहिए। आइए जानते इस योजना के बारे में।

सबसे सुरक्षित निवेश
पोस्ट ऑफिस में निवेश करने से हमारा पैसा सुरक्षित तो रहता ही है इसके साथ हमें अच्छा रिटर्न भी मिलता है। पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना निवेश में कभी भी पैसा नहीं डूबता है। क्योंकि यह योजना सरकारी की देखरेख में चल संचालित होती है। आरडी खाते में कुछ पैसे जमा करके भी बड़ा फंड बनाया जा सकता है। आरडी खाता महज 100 रुपये की जमा राशि के साथ शुरू कर सकते है। रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम पर अभी 5.8 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है।

जमा की अधिकतम सीमा नहीं
पोस्ट ऑफिस की इस योजना बचत योजनाएं में पैसे जमा करवाने की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है। रेकरिंग डिपोजिट एक साल, दो साल या तीन साल के लिए अपनी सुविधा के अनुसार किया जा सकता है। सबसे खास बात इस आरडी में जमा पैसों पर ब्याज तिमाही दिया जाता है। हर तिमाही के आखिर में आपके अकाउंट में जोड़ कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ दिया जाता है।

Gram Suraksha Scheme: इस योजना में रोज जमा करें 50 रुपए, मिलेगा 35 लाख तक का रिटर्न

कौन बचत योजनाएं खुलवा सकता है खाता
पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट योजना में 18 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति खाता खुलवा सकता है। इसमें आप ज्वाइंट अकाउंट भी ओपन कर सकते है। अभिभावक की तरफ से नाबालिग का खाता भी खुलवाया जा सकता है। इसके लिए 10 साल से बड़े नाबालिग के नाम से भी खाता खुलवाया जा सकता है।

SBI, BOB, PNB सहित ये बैंक दे रहे हैं सस्ता होम लोन, जानें कितना है इंटरेस्ट

मैच्योरिटी पर मिलेंगे इतने लाख
इस योजना से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है। यदि आप हर महीने पोस्ट ऑफिस की इस योजना में 10 हजार रुपए 10 साल तक निवेश करते हैं। तो आपको 10 साल बाद 5.8 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा। मैच्‍योरिटी पर 16 लाख रुपये से भी ज्यादा मिलेंगे। अगर आप हर महीने 10,000 रुपये जमा करते है तो 5.8 फीसदी की दर से ब्याज मिलने पर 10 साल की मैच्योरिटी पर 16,28,963 रुपये मिलेंगे।

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